जीवन को इस तरह जियो कि मृत्यु महोत्सव लगे.. लालसाईं जी
टैंपल ऑफ़ संबोधि में सत्संग प्रवचन
भोपाल.BDC NEWS
विचारक लालसाईं ने कहा कि भक्ति में जीवन को इस तरह जियो कि मृत्यु तुम्हें महोत्सव लगे। वे टेम्पल ऑफ संबोधि में कर्मस्थल सेवा समिति की सत्संग सभा में बोल रहे थे। साईं कहा कि भक्ति में जीवन जीने का अर्थ है कि जीवन केवल सांसों का चक्र नहीं है, बल्कि आत्मा की परमात्मा से मिलन की यात्रा है।
उन्होंने कहा, जब हम इस भाव के साथ अपने जीवन को जीते हैं, तो मृत्यु का भय अपने आप समाप्त हो जाता है । परमात्मा प्रेम में ऐसा जीवन जीओ कि तुम्हारा हर पल ईश्वर के स्मरण में बीते तो जीवन उत्सव है और मृत्यु तुम्हारे लिए एक महोत्सव बन जाए। यही भक्ति का सबसे बड़ा चमत्कार है, जो जीवन और मृत्यु दोनों को आनंदमय बना देती है।
इस अवसर पर चामुंडा दरबार के प्रमुख रामजीवन दुबे, भाजपा के वरिष्ठ नेता और आवास संघ के पूर्व अध्यक्ष सुशील कुमार वासवानी, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष माधु चांदवानी, नगर सरकार के मंत्री और वार्ड चार के पार्षद राजेश हिंगोरानी, वार्ड पांच के पार्षद अशोक मारण, संत नरेश पारदासानी, वासुराम दरबार के प्रमुख पुरूषोतम वासवानी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता त्रिलोक दीपानी, भाजपा नेता वासुदेव वाधवानी, सिंधी पंचायत महासचिव नन्दलाल दादलानी, रमेश वाधवानी सहित अनेक प्रमुख समाजसेवी मौजूद रहे।