आदि शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन में है वैश्विक समस्याओं का हल
ओंकारेश्वर में सिद्धवरकूट क्षेत्र में ब्रम्होत्सव में मुख्यमंत्री शिवराज
खण्डवा. भोपाल डॉट कॉम
वैश्विक समस्याओं का हल आदि शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन में उल्लेखित एकात्मवाद में है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। वे खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर में सिद्धवरकूट क्षेत्र में ब्रम्होत्सव में बोल रहे थे। शिवराज ने कहा, ओंकारेश्वर में एकात्म धाम भारत की सनातनी परम्परा और एकता के विचार को अभिव्यक्त करने का कार्य करेगा। समारोह में देश से हजारों संत, आध्यात्मिक विचारक और प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री कहा कि ओंकारेश्वर में ऐसे अद्भूत अद्वैत लोक के लिये भूमिपूजन हुआ है जो आने वाली पीढी को इस दर्शन की जानकारी देकर भविष्य संवारेगा। अद्वैत लोक से एकात्मता और शांति का संदेश दुनिया भर में जायेगा।
एकात्म धाम प्रकल्प की प्रशंसा
जूना पीठाधीश्वर के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में नर्मदा के तीरे इस धाम में भगवान ओंकारेश्वर पर्वत पर भागवतपाद जगतगुरु की भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित करने का प्रकल्प अद्भुत है। आज यहाँ दक्षिण भारत से भी अनेक संत पधारे है। स्वामी अवधेशानंद जी ने कहा कि आदि शंकराचार्यजी आज भारत के सांस्कृतिक स्वरूप का मेरुदंड बने हैं। हमारी संस्कृति इस तरह विकसित नहीं होती यदि शंकराचार्य जी नहीं आते।
गुरू देने वाली धरा है मध्यप्रदेश
स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि देश का हृदय प्रदेश गुरू देने वाली धरा भी है। शंकराचार्य जी को मध्यप्रदेश में आगमन पर गुरू गोविंद पाद मिले और मध्यप्रदेश की धरती से जगतगुरू भी मिले।
छोटी-छोटी बातों में फंसा मनुष्य
हरिद्वार के परमानंद गिरी ने कहा कि आज का दिन प्रसन्नता का दिन है। यह दिन सिर्फ भारतीयों के लिये नहीं सम्पूर्ण विश्व के लिये महत्वपूर्ण है। युवाओं द्वारा वेदांत का प्रचार हो रहा है, आज मनुष्य छोटी-छोटी बातो में फंसा हुआ है। इन छोटी बातों को जड़ से उखाड़ फेंकना है। अर्थात इन्हें समाप्त कर एकता और वेदांत के विचार को प्रचारित करना होगा।
आगे बढ़़ रहा है भारत
विचारक सुरेश सोनी ने कहा कि झंझावातों के बाद भी भारत आगे बढ़ रहा है। दीर्घ काल के बाद भारत “स्व” को अभिव्यक्त कर रहा है। भारत की सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिक परम्परा के प्रति स्थानों का विकास हो रहा है।
वर्चुअली भी जुड़े संत
सिद्धवरकूट में हुये ब्रम्होत्सव में विभिन्न पीठों के जगद्गुरू शंकराचार्य ने भी लाइव संदेश के माध्यम से एकात्म धाम के लिये शुभकामना संदेश दिये। जगद्गुरू शंकराचार्य, शारदा पीठ, श्रृंगेरी श्री विधुशेखर भारती महास्वामी ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य जी की भव्य मूर्ति बन जाने से श्रृद्धालुओं को परम सुख की अनुभूति मिलेगी। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने आभार माना।