झूलेलालजी की आराधना कर रहा सिंधी समाज
राजधानी भोपाल, संतनगर व कई जगहों पर निकलेंगी शोभा यात्राएं
Written By: Ravi kumar
भोपाल/संतनगर BDC NEWS
राजधानी समेत और संतनगर में भगवान झूलेलालजी का अवतरण दिवस आस्था और परंपरागत आयोजनों के बीच मनाया जा रहा है। सिंधियत का अलख जगाते हुए सिंधी समाज के लोग आयो लाल झूलेलाल का घोष कर रहा है। सिंधी बाहुल्य संतनगर झूलेलाल के झंडों एवं रोशनी से सजाया गया है। शाम को घर-घर दीप जलाकर सिंधीजन आराध्य की आराधना करेंगे।
संतनगर में तीन दिवसीय चैतीचांद उत्सव आयोजित किया गया है। शुरूआत सिंधु समाज के 63 वें चैतीचांद महोत्सव में शोभा यात्रा के साथ होगी। शाम चार बजे विक्योमल सराफ हॉल में भगवान झूलेलाल जी, बहिराणा साहिब की पूजा अर्चना होगी। परंपरागत परिधान में हजारों लोग साधु-संत, धर्मगुरूओं के सानिध्य में निकलेंगे। पांच बजे शोभा यात्रा की शुरूआत होगी, जो संतनगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई। कुटिया तक निकलेगी।
क्या होगा शोभा यात्रा
शोभा यात्रा में भगवान झूलेलालजी का रथ, सिंध की शान महापुरूषों की झांकियां, हिन्दू देवी देवताओं के रथ होंगे। युवाओं की टोलियां धर्म ध्वजा लेकर चलेंगी। महिलाएं छेज करते हुए अवसर को उत्सवी बनाएंगी। पर्व के चलते संतनगर के मुख्य मार्ग 500 से अधिक धर्म ध्वजाएं लगाई गई हैं, भगवा झंडों पर भगवान झूलेलालजी की तस्वीर छपी हुई है।
मुंडन संस्कार : एच वार्ड झूलेलाल मंदिर चैतीचांद उत्सव मनाय जा रहा है। बहिराणा साहिब के प्रज्ज्वलन, छेज, भजन एवं पल्लव के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हो गई है। इसके बाद मुंडन संस्कार शुरू होंगे। शाम चार बजे बहिराणा साहिब का जल विर्सजन किया जाएगा।
सिंधु एक्सप्रेस होगी खास, छेज के लिए विशेष दल
भोपाल. BDC NEWS
राजधानी में सिंधी सेन्ट्रल पंचायत भोपाल की चैतीचांद पर निकलने वाली शोभा यात्रा की थीम एक भारत, खुशहाल भारत, समृद्ध भारत को बनानें में सिंधी समाज के योगदान है। शोभायात्रा में “सिंधू एक्सप्रेस” नाम की ” अटारी से भोपाल “ट्रेन चलेगी, जिसमें एक खास परिधान में बहनें जुलूस में शामिल होंगी। वे बुजुर्ग जिन्होंनें 50 साल पहले शोभा यात्रा की शुरुआत हाथ ठेले पर भगवान झूलेलाल की प्रतिमा और बहराणा साहब रखकर की थी उन्हें पुरानी विंटेज कार में बिठाकर जुलूस की अगवानी कराई जाएगी और उनका सम्मान रवीन्द्र भवन मुक्ताकाश मंच पर होगा। शोभा यात्रा तीन बजे सिंधी कॉलोनी में मूर्ति स्थापना, पूजा-अर्चना के बाद 4 बजे शुरू होकर पुराने शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरेगी, जिस पर ड्रोन से पुष्प वर्षा के साथ ही, इन्दौर की छेज पार्टी परम्परागत छेज नृत्य प्रस्तुत करेगी। रवीन्द्र भवन में भी सिंधी भाषा दिवस के उपलक्ष में दो नृत्य नाटिकाएं,सांस्कृतिक कार्यक्रम,छेज़ और परम्परागत भगत की आकर्षक प्रस्तति होगी।