सेवा सदन में 45 दिन की बालिका माहिरा की रेटिना लेज़र प्रक्रिया
– डॉ सोनल पालीवाल ने सफल लेचर प्रक्रिया की
हिरदाराम नगर।
सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय में शिशु रेटिना विशेषज्ञ डॉ. सोनल पालीवाल ने शनिवार को 45 दिन की माहिरा का लेचर से ऑपरेशन किया। सीहोर जिले के रेहटी के पास ग्राम चकल्दी निवासी अनिकिता और सोनू सोनी के यहां 45 दिन पहले दो जुड़वा बहनों ने आठ महीने की अवधि में ही जन्म ले लिया । बालिकाओं की डिलेवरी राजधानी के एक प्रायवेट अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन से हुई थी । जन्म के समय उनका वजन 1600-1600 ग्राम था । बालिकाओं की कमज़ोर हालत को देखते हुए इनको एस एन सी यू में भर्ती करवाकर इलाज करवाने की सलाह दी गई ।
पिता हैं बढ़ई
माता-पिता ने इन बालिकाओं का नाम मीशा और माहिरा रखा । पिता सोनू, बढ़ई गिरी का काम करते हैं तथा उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है । इसलिये माता पिता ने बाद में बालिकाओं को शासकीय जय प्रकाश अस्पताल के एस एन सी यू में एक माह तक भर्ती रखकर इलाज करवाया । एस एन सी यू से डिस्चार्ज मिलने पर शिशु रोग विशेषज्ञ ने समय गवांये बगैर बालिकाओं की आंखों का परीक्षण किसी रेटिना विषेषज्ञ से करवाने की सलाह दी ।
सीहोर से सेवासदन भेजा
जिला अस्पताल सीहोर से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय को रैफर करवाकर बच्चियों के रेटिना का परीक्षण करवाया । सेवा सदन की षिषु रेटिना विषेषज्ञ डॉ. सोनल पालीवाल और वरिष्ठ रेटिना ऑप्टोमेट्रिस्ट अजय नरवरिया ने दोनों बालिकाओं की रेटिना की जांच की जिसमें पाया कि बड़ी मीषा की रेटिना सामान्य स्थिति में हैं जबकि डॉक्टर ने छोटी माहिरा के रेटिना का लेज़र प्रोसीज़र आज ही करने की आवष्यकता महसूस की । डॉ. सोनल ने बिना समय गवाये इस बालिका का लेज़र प्रोसीज़र किया । संत सिद्ध भाऊजी ने समय पूर्व जन्में बच्चों के रेटिना का उपचार करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है ।
ज्योति की हिफाजत
बता दे सेवासदन के प्रोग्राम मैनेजर मनोज धावड़िया लगातार जिला मुख्यालयों में जाकर शिशु रोग विषेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से ऐसे आर ओ पी बच्चों को इलाज के लिये सेवा सदन भेजने के जतन कर रहे हैं । सेवा सदन के प्रबंधन ट्रस्टी एल.सी. जनियानी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और चिकित्सकों को आर ओ पी प्रोजेक्ट कार्यान्वयन में सपोर्ट करने पर आभार जताया है।
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