भगवान दास सबनानी के सम्मान के मायने
सिंधी समाज ने बताया- सबनानी हमारे नेता
हिरदाराम नगर। रवि नाथानी
सिंधी समाज द्वारा भगवान दास सबनानी (Bhagwandas Sabnani) का सम्मान समारोह में बहुत से सियासी संकेत थे। एक तो सिंधी समाज सबनानी के साथ खड़ा है, साथ भाजपा को बताना था उनका चयन सिंधी समाज को सम्मान देने वाला फैसला है। साथ ही हुजूर विधानसभा की राजनीति से हासिए पर नहीं हैं सबनानी।
समारोह की बात करे तो सबनानी ने सिंध की यादों की जिक्र करते हुए यह कह कर कि सिंध कभी भी भारत का हिस्सा हो सकता है, जिस दिन मोदी चाहेंगे उस दिन हमारा हो जाएगा। सिंधी समाज में भाजपा की पैठ और गहरी की। अपनी ईमानदार छवि का उल्लेख करना भी नहीं चूके। सबनानी ने कहा कि चाहे राजनीतिक जीवन हो या सामाजिक जीवन मैंने कभी एक रूपये भी लिया। केवल समाज की सेवा को अपना लक्ष्य बनाया। सबनानी ने यह कहकर कि सिंधी समाज का मुख्यमंत्री बने अपनी महत्वाकांक्षा भी सामने रखी। हालांकि यह बात सीधे-सीधे सबनानी ने नहीं कही।
समाज, पार्टी से वादा किया
सबनानी ने कहा भाजपा में महामंत्री बनने के लिए किसी नेता के पास नहीं गया। पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे निभाते हुए कभी ऐसा कुछ नहीं करूंगा जिससे सिंधी समाज को नीचा देखना पडे़ और पार्टी को लगे उनका मुझ पर विश्वास गलत था।
याद हो शायद आपको…
याद होगा सबनानी का सम्मान करने वाली सिंधी सेंट्रल पंचायत शिवराज सरकार में पहली बार सड़कों पर उतरी थी। विधानसभा चुनाव के समय उसके तेवर भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ रहे थे। खासतौर पर हुजूर विधानसभा क्षेत्र में तो समाज को भाजपा के खिलाफ खड़ा किया था। उस समय भाजपा में होने के बाद भी सबनानी की चुप्पी ने कई सवाल खड़े थे।