नेताओं के नहीं संगठन के हिसाब से चलेगी संतनगर बीजेपी
संतनगर की भाजपाई राजनीति में केवल
नेता नहीं, संगठन की आस्था दिखेगी
पार्टी ने दिए संकेत अब युवा और कार्यकर्ताओं का वक्त
नगर निगम चुनाव में युवा ही होंगे भाजपा की पसंद
हिरदाराम नगर।बीडीसी न्यूज
भाजपा की लोकल पॉलिटिक्स मंडल अध्यक्ष बदलने के बाद नए मिजाज में नजर आएगी। अभी तक संगठन की कमान आर्थिक रूप से सम्पन्न चंद्रप्रकाश इसरानी के हाथ में थी, अब जमीन कार्यकर्ता बतौर संगठन प्रमुख काम करेगा। युवा को कमान देकर संगठन ने यह भी संकेत दे दिया है कि आने वाले नगर निगम चुनाव उसकी पसंद युवा और जमीन कार्यकर्ता होंगे।
संतनगर में मंडल अध्यक्ष को लेकर तमाम दावों और कोशिशों पर संगठन ने कमल विधानी की नियुक्ति कर विराम लगा दिया है। अघोषित नेताओं की टीमों में बंटी भाजपा ने गुटों से दूर कार्यकर्ता को नेता बनाया है यह नियुक्ति विधानी के लिए बड़ी चुनौती भी है, क्योंकि अब तक बड़े नेताओं के कार्यक्रमों को साधने में अर्थ तंत्र की चिंता नहीं होती है, जो आगे संभव नहीं होगा। पार्टी ने संकेत दिया है कि कार्यकर्ताओं की युवा टीम के साथ संतनगर में भाजपा का काम करेगी। विधानी की नियुक्ति चौंकाने वाली भी है क्योंकि राजनीति में गॉड फादर खास मायने रखता है।
तटस्थ रहे इसरानी
रायशुमारी के बाद लंबे समय से मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति रूकी हुई थी, चन्द्र प्रकाश इसरानी को राजनीतिक संरक्षण था, लेकिन विधानसभा चुनाव के समय सिंधी समाज और भाजपा उम्मीदवार के बीच बनी अप्रिय स्थिति के समय इसरानी बहुत हद तक तटस्थ रहे थे। एक नेता के प्रति उनकी पूरी तरह आस्था भी प्रमाणित नहीं हुई।
विचारधारा का जनाधार
भाजपा का स्थानीय जनाधार विचारधारा वाला है, स्थानीय नेता उसका ज्यादा श्रेय लेने की स्थिति में नहीं हैं। एक दौर था जब संतनगर की भाजपाई राजनीति डॉ धर्मेन्द्र, नानकराम वाधवानी, जनकराम आडवानी जैसे नाम हुआ करते थे, जिनकी पकड़ संगठन में ऊपर तक थी। सुशील वासवानी उस कद के नेता है, लेकिन वह इन दिनों विचारधारा से जुड़े होने वाली राजनीतिक कर रहे हैं जो मौकों पर ही पार्टी का चेहरा बनते हैं।
काम का तरीका बदलेगा
संगठन की नियुक्ति से साफ है कि नगर निगम चुनाव में टिकट बंटवारे के समय जनप्रतिनिधि के साथ जमीन फीटबैंक भी संगठन स्थानीय नेतृत्व से लेगा। कमल विधान को कई ऐसे नेताओं का भी ईमानदार सहयोग नहीं मिलेगा, जो पद के दावेदार थे। धीरे-धीरे भाजपा की राजनीति नेताओं के प्रति आस्था से ज्यादा संगठन वाली होगी।
सबनानी तो पीछे नहीं
भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल विधानी की नियुक्ति के पीछे उनको कुछ हद तक पार्टी के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी का साथ मिलना माना जा रहा है। हालांकि विधानी ने कहा है कि वह केवल संगठन और केवल संगठन के कार्यकर्ता हैं, संगठन ने जो जिम्मेदारी दी है उस पर खरा उतरेंगे।