Kids Story

विक्रम-बेताल की रहस्यमयी कहानी भाग 2

विक्रम-बेताल की रहस्यमयी कहानी भाग 2

🔷 विक्रम का दूसरा प्रयास (Vikram’s Second Attempt)

राजा विक्रमादित्य ने हार नहीं मानी। वह फिर से पेड़ के पास गए और बेताल को पकड़कर कंधे पर डाल लिया। घना जंगल, ठंडी हवा और अंधेरा – लेकिन राजा का संकल्प अडिग था।

जैसे ही वे आगे बढ़े, बेताल ने एक और कहानी सुनानी शुरू की।

🧛‍♂ बेताल की नई पहेली (Betal’s New Riddle)

“राजन! ध्यान से सुनो। इस बार की कहानी तुम्हें और अधिक सोचने पर मजबूर कर देगी।”

👑 राजा धर्मसेन और तीन अनोखे न्यायाधीश (King Dharmasen and Three Unique Judges)

प्राचीन समय की बात है, राजा धर्मसेन अपनी न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध थे। उनके राज्य में तीन महान बुद्धिमान व्यक्ति थे, जो अपनी अनोखी सोच से न्याय करते थे।

एक दिन, राज्य में एक व्यापारी की हत्या हो गई। तीनों न्यायाधीशों को हत्यारे का फैसला करना था।

  • पहला न्यायाधीश संकेतों से अपराधी पहचानने में निपुण था। उसने कहा – “किसी के चलने के अंदाज से ही मैं हत्यारे को पकड़ सकता हूँ।”
  • दूसरा न्यायाधीश पशु-पक्षियों की भाषा समझता था। उसने कहा – “मैं पक्षियों से पूछूंगा, वे बता देंगे कि हत्या किसने की।”
  • तीसरा न्यायाधीश मानव चेहरों को पढ़ सकता था। उसने कहा – “अपराधी के चेहरे पर ही सच्चाई लिखी होती है। मैं उसे देखकर पहचान लूँगा।”

तीनों ने अपनी विधि से जाँच की और तीनों ने अलग-अलग व्यक्तियों को दोषी बताया!

अब राजा धर्मसेन असमंजस में पड़ गए। असली हत्यारा कौन था?

🧠 राजा विक्रम का उत्तर (Vikram’s Answer)

बेताल ने हँसते हुए पूछा, “राजन! बताओ, इनमें से किसकी विधि सही थी और असली हत्यारा कौन था?”

राजा विक्रम ने कुछ देर सोचा और बोले –
“जिस न्यायाधीश ने चेहरे पढ़कर अपराधी की पहचान की, वही सही था। संकेत और पक्षियों की भाषा धोखा दे सकती है, लेकिन चेहरे पर लिखी सच्चाई कभी झूठ नहीं बोलती।”

जैसे ही राजा विक्रम ने उत्तर दिया, बेताल ज़ोर से हँसा और फिर से उड़कर पेड़ पर जा लटक गया!

🔮 क्या राजा विक्रम इस बार बेताल को रोक पाएंगे? (Will Vikram Stop Betal This Time?)

राजा विक्रम को फिर से बेताल को पकड़ना होगा। क्या वे इस बार सफल होंगे? क्या बेताल अपनी कहानियाँ सुनाकर राजा को थका देगा? जानने के लिए पढ़ें अगला भाग…

भाग 3 जल्द आ रहा है!


यदि कोई छात्र कल्पना पर आधारित कहानी लिखता है, तो कृपया अपने माता-पिता की ईमेल आईडी से news@bhopalonline.org पर भेजें और अपनी एक तस्वीर भी साथ में संलग्न करें। ध्यान रहे कि कहानी किसी पुस्तक या इंटरनेट से कॉपी न की गई हो, बल्कि आपकी स्वयं की कल्पना से लिखी गई हो।

BDC News बच्चों की कल्पनाशीलता को बढ़ावा देना चाहता है, इसलिए अपनी अनोखी और रचनात्मक कहानियाँ हमारे साथ साझा करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *