यूं ही नहीं बिगड़े सांसद प्रज्ञा के बोल, जाने किसने उकसाया
राहुल गांधी क्यों कहा -देशभक्त नहीं हो सकता विदेशी मां का बेटा
भोपाल. अजय तिवारी
राहुल गांधी को लेकर सांसद प्रज्ञा ठाकुर का बयान यूं ही नहीं आया। मीडिया ने सवाल दागा खबर की गरज से.. जो अपेक्षा थी वैसे ही बोल सांसद के सामने आए। पहले बात करते हैं सवाल की। ” राहुल गांधी विदेश में जाकर कह रहे हैं उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है, माइक बंद कर दिया जाता है। आप क्या कहेंगी” जवाब आया-संसद में कार्य अच्छा हो रहा है। सब कुछ अच्छा है, लेकिन कांग्रेसी लोग सरकार चलाने नहीं दे रहे। संसद चलने नहीं दे रहे हैं। उनका प्रयास है कि अगर इनकी संसद चली तो कार्य ज्यादा होंगे। ज्यादा होंगे तो हमारा अस्तित्व बचेगा ही नहीं। उनका अस्तित्व को खत्म होने की कगार पर आ गया है, लेकिन उनकी बुद्धि भी भ्रष्ट होती जा रही है। राहुल गांधी अपने देश के नेता हैं। आपको जनता ने चुना है। आप जनता और देश का अपमान कर रहे हैं’।
हो गया मकसद कामयाब
यहां तक खबर नहीं मिली तो दूसरा सवाल दागा गया सांसद प्रज्ञा से- वे विदेश में जाकर ही ऐसे बयान क्यों देते हैं। अब जो मीडिया चाहता था वह बयान आ गया- सांसद बोली आप (राहुल गांधी) भारत के नहीं हो, मान लिया हमने, क्योंकि आपकी माताजी इटली की हैं। मैं नहीं कह रही, यह चाणक्य ने कहा है कि विदेशी महिला से उत्पन्न पुत्र कभी देशभक्त नहीं हो सकता। यह राहुल गांधी ने साबित कर दिया है। भारत की संसद और जनता ने आपको सांसद चुना है। इतने वर्ष तक कांग्रेस की सरकार रही। आपने देश को खोखला कर दिया। आप विदेश में कहते हो कि हमें संसद में बोलने का अवसर नहीं मिल रहा। इससे शर्मनाक बात और कुछ नहीं हो सकती। मैं ऐसे राहुल गांधी को धिक्कारती हूं’।
रामेश्वर से भी बुलवा लिया
खबर मिल गई थी, लेकिन उसे और धारदार बनाना था तो यही सवाल- विधायक रामेश्वर शर्मा के सामने उछाला गया। वैसे भी रामेश्वर के बोल राहुल को लेकर तीखे रहते हैं। रामेश्वर भी बोले- “मुझे ये लगता है राहुल गांधी भारत के इतिहास से अपरिचित हैं और वो भारत की जनभावनाओं का सम्मान भी नहीं करना चाहते हैं। उनकी इसी मानसिकता के कारण लोग कहते हैं विदेशी हैं, क्योंकि वह हिन्दुस्तान की बात हिन्दुस्तान में नहीं करना चाहते। राहुल गांधी का एक पहला नहीं है, पांच-सात प्रकरण ऐसे है जब विदेशों में जाकर भारत की बुराई की है। देश की आबादी जान चुकी है कि यह देशी पुत्र नहीं हो सकते। ये भारत के खिलाफ षडयंत्र करता है। विदेश में जाकर भारत की बुराई करता है। दम है तो भारत में लोकतांत्रिक परंपरा से लड़ों।”