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MP NEWS : छिंदवाड़ा में पार्टी छोड़ रहे धड़ाधड़ कांग्रेसी, महापौर अहाते आए भाजपा में

छिंदवाड़ा पर भाजपा फोकस है। छिंदवाड़ा के गढ़ में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस कुनबे को तोड़ा जा रहा। सोमवार यानी एक अप्रैल को छिंदवाड़ा नगर निगम महापौर विक्रम अहाके ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। ख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अहाके को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
कांग्रेस से अहाके का मोहभंग होने का खुलासा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। यादव ने बताया कि छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के अमरवाड़ा से पूर्व विधायक कमलेश शाह को लेकर दिए बयान से आहत होकर विक्रम अहाके ने कांग्रेस छोड़ी है। नकुलनाथ ने कमलेश शाह के भाजपा में शामिल होने पर शाह को गद्दार कहा था। अहाके के साथ छिंदवाड़ा नगर निगम जल विभाग सभापति प्रमोद शर्मा, अनुसूचित जाति विभाग जिला अध्यक्ष सिद्धांत थनेसर, पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आशीष साहू, पूर्व एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष धीरज राऊत, पूर्व एनएसयूआई जिला कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय, पूर्व एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष सुमित दुबे भी भाजपा में शामिल हुए।

नकुल ने किया आदिवासियों को अपमान
मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा में कमलनाथ जी ने बहुत गड़बड़ की है। नकुलनाथजी ने आदिवासी अंचल का अपमान किया था। विधायक कमलेश शाह को बेइमान और गद्दार कहकर आदिवासी वर्ग का अपमान किया। अहाके ने कहा कि देश और प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। छिंदवाड़ा में खिलेगा कमल का फूल खिलेगा।
अभी तक बदला इन नेताओं ने पाला
छिंदवाड़ा नगर निगम में कांग्रेस के 7 पार्षदों, पाढुर्ना नगर पालिका अध्यक्ष संदीप घोटोड़े, 16 सरपंच, कमलनाथ के ,खास सैयद जाफर और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के पुत्र अजय सक्सेना, पूर्व मंत्री तेजीलाल सरयाम की बहु सुहागवती सरयाम, अमरवाड़ा से विधायक कमलेश शाह भाजपा में शामिल हुए हैं।
गढ़ को बनाया जा रहा चुनौतीभरा
नकुलनाथ को लोकसभा चुनाव में करीब 37 हजार वोटों से जीत मिली थी। वहीं, कमलनाथ भी विधानसभा का चुनाव 25 हजार वोटों से जीते। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि इस बार पूर्व सीएम को अपना गढ़ बचाना बड़ी चुनौती होगा।

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