बाहर आकर पढ़ने, नौकरी करने वाली बेटियों का रजिस्ट्रेशन होगा

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भोपाल 07 जनवरी 2021

बेटी बचाओ के लिए सरकार एक और कदम उठाने जा रही है। सरकार आने वाले दिनों में गांव से शहर पढ़ने आने वाली स्टूडेंट‌्स और रोजगार के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाने वाली युवतियों का रजिस्ट्रेशन करेगी, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके संकेत दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने राजधानी में शु्क्रवार को 200 करोड़ की राशि ट्रांसफर किए। सीएम ने कहा कि महिला सशक्तिकरण सरकार की प्राथमिकता है। इनमें स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दिशा में निरन्तर कार्य होगा ताकि बहनें स्वयं सशक्त होकर एक सशक्त समाज की रचना में सहयोगी बनें। प्रदेश की बहनों को गरीब नहीं रहने दिया जायेगा। स्व-सहायता समूहों के गठन, उनके प्रशक्षिण, उन्हें बैंक लिंकेज दिलवाने और मार्केटिग का लाभ दिलवाकर आर्थिक लाभ प्रदान करवाने के कार्य लगातार चलेंगे। पोषण आहार तैयार करने का कार्य अब ठेकेदार नहीं बल्कि महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं करेंगी। इन समूहों के उत्पाद पोर्टल के माध्यम से दूसरे देशों तक जा सकेंगे। गरीबी मिटाने का यह बहुत बड़ा माध्यम होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व-सहायता समूहों ने कोरोन संकट के समय प्रदेश में मास्क निर्माण जैसा महत्वपूर्ण कार्य किया। प्रदेश की आबादी को कोरोना वायरस से बचाने में समूहों की महिलाओं ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। समूहों को इस वर्ष कुल 1400 करोड़ की सहायता दी जायेगी। गतवर्ष के 175 करोड़ रूपये के वितरण के मुकबाले इस वर्ष समूहों को 883 करोड़ रूपये की राशि का वितरण किया जा चुका है। मध्यप्रदेश बीते वर्ष की तुलना में 708 करोड़ से अधिक राशि का वितरण कर देश में दूसरे स्थान पर है।  मुख्यमंत्री ने भोपाल जिले के स्व-सहायता समूह की महिलाओं को राशि दी। प्रतीक स्वरूप 5 समूहों को राशि दी गई।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा-

प्रदेश में मफिया के विरूद्ध अभियान छेड़ा गया है। इसके साथ ही नशे की लत से युवाओं को बचाने के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। महिलाएं भी बच्चों को नशे की तरफ बढ़ने से रोककर इस कार्य में सहयोगी बन सकती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध न हों और बेटी बचाओ अभियान को गति मिले इसके लिये शासकीय विभाग सक्रिय हैं। इस कार्य में हमारी बहनें भी मददगार बनें। चिटफंड के नाम पर पैसे दोगुने करने वाले आर्थिक अपराधियों और गुंडागर्दी करने वालों को नहीं बख्शा जायेगा। महिलाएं भी इन प्रयासों में मददगार बनें।

समूहों की बहनों से संवाद

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से तीन जिलों की बहनों से संवाद भी किया। इनमें झाबुआ जिले की जनपद पंचायत झाबुआ अंतर्गत ग्राम पंचायत भगौर निवासी गीतांजलि स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती किरण, शहडोल जिले की जनपद पंचायत सुहागपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत केवलारी के ग्राम कल्याणपुर निवासी लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती पिंकी कुशवाह एवं सतना जिले की जनपद पंचायत नागौद अंतर्गत ग्राम पंचायत उसरार निवासी राधाकृष्णा स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती अनीता मांझी शामिल हैं।

दूसरा स्थान हासिल किया

प्रारंभ में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश ने स्व-सहायता समूहों को सहायता राशि देकर देश में दूसरा स्थान अर्जित किया है। स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने परिश्रम और मजबूत संकल्प से समूह गतिविधियों का बढ़ाया है। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्यकार्यपालन अधिकारी  ललित मोहन बेलवाल ने आभार व्यक्त किया।

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