हर हालत में जीवित रखें सिंधी भाषा कोः आशा चांद
– साधु वासवानी स्कूल में अभिभावकों के साथ समाजसेवियों की बैठक
हिरदाराम नगर। BDC NEWS
किसी भी समाज की पहचान उसकी भाषा से ही संभव है। अब भी देर नहीं हुई है हम नए सिरे से आज की पीढ़ी को सिंधी लिपि का ज्ञान देकर इसका विस्तार एवं उत्थान कर सकते हैं इसके लिए उन स्कूल प्रबंधकों के सहयोग की सख्त जरूरत है, साथ ही अभिभावकों की भी जिनके हाथों में प्रबंधन एवं बच्चों का भविष्य है।
यह कहना है दुबई में रहकर देश व दुनिया में सिंधी भाषा को जीवित रखने के लिए काम करने वाली जानी मानी समाज सेविका आशा चांद का। वे साधु वासवानी स्कूल में अभिभावकों एवं समाज सेवियों के साथ आयोजित बैठक में बोल रही थी। संत हिरदाराम गर्ल्स कालेज के डायरेक्टर व वरिष्ठ समाज सेवी हीरो ज्ञानचंदानी, शिक्षाविद विष्णु गेहानी, सिंधी सेन्ट्रल पंचायत के महासचिव सुरेश जसवानी, संस्कार संस्था के सचिव बसंत चेलानी, वरिष्ठ सिंधी साहित्यकार भगवान बाबाणी, वासवानी स्कूल की पीआरओ दीपा आहूजा के अलावा महिला सिंधी पंचायत अध्यक्ष किरणदेवी वाधवानी की मौजूदगी में आयोजित बैठक में आशा चांद ने अभिभावकों से घर परिवार में अपने बच्चों के साथ सिंधी मातृ भाषा में बात करने उन्हें केन्द्र सरकार की नई शिक्षा नीति के तहत एक विषय मातृ भाषा का पढ़ने की सुविधा का लाभ उठाने का आग्रह भी किया। इसके अलावा उन्होंने सिंधी एप, यू-टयूब के जरिए स्मार्ट बोर्ड पर भी सिंधी भाषा से स्कूल के छोटे विद्यार्थियों को अवगत कराने का आग्रह किया।
वक्ताओं ने भी रखी बात
बैठक में सिंधी सेन्ट्रल पंचायत महासचिव सुरेश जसवानी ने सिंधी भाषा के विकास व उसे लुप्त होने से बचाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करने व सिंधी शिक्षकों के रिक्त पद भरवाने, सिंधी भाषा में कक्षा 12वीं तक एक विषय उत्तीण करने पर उस विद्यार्थी को नकद पुरूस्कार देने पर जोर दिया। वरिष्ठ समाज सेवी हीरो ज्ञानचंदानी ने आशा चांद के प्रयासों की सरहाना करते हुए शहीद हेमू कालानी एज्यूकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित स्कूलों में सिंधी विषय पढ़ाने की जानकारी दी। भगवान बाबानी ने सिंधी विषय के सरकारी विभागों में पद रिक्त होने पर रोशनी डाली। इसी तरह विष्णु गेहानी ने बताया कि वे भी साधु वासवानी स्कूल में सप्ताह में तीन दिन सिंधी विषय पढ़ाना प्रारंभ कर रहे हैं जबकि बसंत चेलानी ने संस्कार स्कूल में सिंधी विषय पढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।