तीनों रास्ते बंद होने से अंतिम यात्रा निकलना हुआ मुश्किल
शेरा हाथी बिल्डिंग मामला
संत हिरदाराम नगर। भाेपाल डॉट कॉम
संनगर थाने में शांति समिति की बैठक में तय किया गया था कि रास्ता छोड़कर झांकी स्थापना की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। शेरा हाथी बिल्डिंग के पास मंगलवार को एक बुजुर्ग की मौत के बाद अंतिम यात्रा निकालने में खासी परेशानी का सामना करना, वजह तीन ओर से आने वाले हर रास्ते पर बंद की स्थिति है। सवाल उठना लाजमी है झांकी लगाते समय लोगों की परेशानी का ख्याल आयोजन समितियां क्यों नहीं रखती? प्रशासन शांति समिति की बैठक के फैसले को जमीन पर क्यों नहीं उतार पाता?
मामला शेरा हाथी बिल्डिंग रोड पर एनयू 43 में रहने वाल ईश्वर वाधवानी का निधन हो गया, जिनकी अंतिम यात्रा दोपहर 12 बजे निकली। यात्रा सहजता से निकल सके इसकी जगह परिजनों को नहीं मिली। मृतक के घर की ओर से जाने वाला हर रास्ता झांकी से बंद था। वाहन तो दूर यहां से पैदल निकलना भी आसान नहीं है।
अप्रिय हालातों पर परिजनों और पड़ोसियों ने खासी नाराजगी जताई। मृतक की बेटी सुनीता हिमथानी का कहना है कि यह हर साल की समस्या है। चलो अंतिम यात्रा तो जैसे-तैसे करके निकाल गई। यह किसी को एम्बुंलेंस से ले जाने की जरूरत होती तो क्या करते। आग लग जाए तो फायर बिग्रेड भी नहीं आ सकेगी। समझ नहीं आता रास्ते को बंद कर झांकी क्यों लगाई जाती है। आयोजन समिति और पुलिस प्रशासन इसके लिए सीधे जिम्मेदार है।
पांच साल पहले हो चुकी हैं मौत
लोगों का माने तो ऐसी ही स्थिति के चलते तीन अक्टूबर 2018 में गुरबानी परिवार में बहू को ह्दयाघात होने से एम्बुलेंस से ले जाना संभव नहीं हुआ था। बंद रास्ते से रोड तक उठाकर ले जाना पड़ा था, जिसमें समय लगने के कारण उनकी मौत हो गई थी। डॉक्टर ने कहा था-10 मिनट पहले आ जाते तो बचाया जा सकता था।