भाजपा के साथ खड़ा होने को लेकर मतभेद
सिंधी सेंट्रल पंचायत की बैठक में संरक्षक और अध्यक्ष बीजेपी के साथ, दीगर ने कहा, जो टिकट देगा उसके साथ
संतनगर. अजय तिवारी
सिंधी समाज के नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने समाज के संगठन लामबंद होने लगे हैं। सिंधी सेंट्रल पंचायत संतनगर के आधा दर्जन से अधिक समाजसेवियों की बैठक में भाजपा, कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दलों से यह मांग करने के लिए मुलाकात करने का फैसला लिया गया। हालांकि पदाधिकारियों के बीच मतभेद भी सामने आए।
प्रदेश में सिंधी समाज हुजूर विधानसभा क्षेत्र पर भी दावेदारी ठोकता है, जिस कभी टिकट मिलने के बाद भी कोई सिंधी नेता जीत दर्ज नहीं करा सका है। भाजपा ने एक मौका भी नहीं है, जब सिंधी समाज के नेता को हुजूर से टिकट दिया हो। ऐसा नहीं हुजूर सीट पर सिंधी नेताओं ने चुनाव न लड़े हों। कांग्रेस सिंधी नेता को टिकट देकर हार जीत में वोटों का समीकरण समझ गई है। एक-दो मौके ऐसे भी आए जब समाज ने एकजुट होकर बागी और कांग्रेस उम्मीदवारों का समर्थन किया, लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा।
अलग-अलग राय
बैठक में संरक्षक प्रकाश मीरचंदानी एवं अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश ईसरानी भाजपा के साथ खड़े होने पर जोर दिया। लेकिन, कुछ पदाधिकारी इससे सहमत नहीं थे, उनका कहना था प्रदेश में जहां भी विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार की आबादी सिंधियों की है, वहां से सिंधी प्रत्याशी होने पर उसके साथ खड़े होना चाहिए।
जल्द मिलेगा प्रतिनिधि मण्डल
बैठक में यह भी तय किया गया कि सिंधी सेन्ट्रल पंचायत का प्रतिनिधि मण्डल जल्द ही कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, समाजवादी सहित अन्य पार्टियों के अध्यक्षों से मुलाकात कर अपना पक्ष रखेगा।
रामेश्वर-डागा होंगे चेहरा !
यहां यह बताना जरूरी है, कांग्रेस का चेहरा हुजूर के लिए सामने आने लगा है, जिस तरह भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व विधायत जितेन्द्र डागा क्षेत्र में सक्रिय है। उससे लगता है, उन्हें इशारा हो चुका है। हाल ही में सोशल मीडिया पर डागा की सक्रियता बढ़ी है। संतनगर मेें धर्म गुरूओं पर पास पहुंचे हैं। भाजपा की बात करें तो मौजूदा विधायक का चेहरा बदलना आसान नहीं होगा। मतलब, दोनों पार्टियों में संभावनाएं न के बराबर है।