Surya Grahan 8 April-2024: नवरात्र की आराधना पर असर नहीं
लेखक: गुरूदेव तिवारी
BDC NEWS
आज यानी आठ अप्रैल को साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण है, जो 50 वर्षों बाद सबसे लंबा चलने वाला ग्रहण है। करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा। इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा जिसके कारण सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। सबसे बड़ा सवाल यह है कि चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि और 09 अप्रैल से चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी, तो क्या ग्रहण का प्रभाव नवरात्र पर रहेगा।
जानकारों का कहना है कि भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 08 अप्रैल को रात 09 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा जो 9 अप्रैल की सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक चलेगा। भारत में न दिखने और सूतक काल मान्य न होने से शक्ति की आराधना (नवरात्र) पर ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं रहेगा।
कहां-कहां दिखेगा ग्रहण
सूर्य ग्रहण मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा के कुछ इलाकों में देखा जा सकेगा। अमेरिका में इसके बाद साल 2044 में ऐसा सूर्य ग्रहण पडे़गा। बता दे सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है। इसके चलते सूर्य कुछ समय के लिए चंद्रमा के पीछे छिप जाता है. सूर्य ढक जाने से दिखता नहीं और धरती पर अंधेरा छा जाता है। इसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है। यह घटना अमावस्या के दिन ही होती है।
भारत में न दिखने की वजह
8 अप्रैल को होने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण की शुरुआत दक्षिणी प्रशांत महासागर से होगी। इसके बाद ग्रहण का असर उत्तरी अमेरिका और मैक्सिको से होते हुए कनाडा तक जाएगा। कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, फ्रेंच पोलिनेशिया और जमैका में भी यह पूर्ण सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से दिख सकेगा। भारत में इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के न दिखने की वजह यह है कि उस समय देश में रात का वक्त होगा।