Damoh News : समय पर स्कूल पहुंचें टीचर्स, पूरे समय रहे विद्यालय में

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समय पर आते हैं शिक्षक

शिक्षक समय पर आते है तथा हमें अच्छा पढ़ाते है। जब उन बच्चों की पुस्तकों से कुछ प्रश्न किये तो सभी ने सटीक और सही उत्तर दिये, जिससे पता चलता है कि बच्चों का शैक्षणिक स्तर बहुत अच्छा है। यह सब जानकर मन प्रशन्नचित हो गया। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि यदि शिक्षक बच्चों के प्रति समर्पित भाव से अध्यापन कार्य करें तो स्कूलों में कम उपस्थिति जैसी समस्या कभी नहीं रहेगी तथा परीक्षा परिणाम श्रेष्ठ रहेगा।


प्राचार्यों से किए गए सवाल

बैठक में प्राचार्यों से बात करते हुये उनकी समस्याओं के बारे में भी एक-एक करके प्रश्न किये। कॉपी चैकिंग के संदर्भ में निर्देश दिये कि शिक्षक विद्यार्थियों की जो कॉपी चैक करते है उनका 25 प्रतिशत चैकिंग प्राचार्यो को करना है तथा यह देखना है कि शिक्षक द्वारा चैंक की गई कॉपी में शिक्षक द्वारा चैक करने में कोई भूल तो नहीं की। वरिष्ठ अधिकारी भी अपने निरीक्षण के दौरान शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को जो अध्यापन कार्य कराते है अथवा होमवर्क देते है उसका विद्यार्थी द्वारा कॉपी अथवा रजिस्टर में लिखी गई विषय वस्तु की चैंकिग करेगें कि शिक्षक एवं प्राचार्य द्वारा नियमित कॉपियों की चैंकिग की जा रही है अथवा नहीं।


दिसंबर तक कोर्स पूरा कराएं

शाला कैलेण्डर में दिये गये समय विभाग चक्र के अनुसार अध्यापन नियमित कराते हुये दिसम्बर माह तक का कोर्स पूरा करायें ताकि आगामी 02 माह का समय विद्यार्थियों को रिवीजन के लिये मिल सके। शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिये जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये जिन विद्यालयों में अतिशेष शिक्षक है, उन्हें वहां से हटाकर जहां शिक्षकों की कमी है, उन शालाओं में तुरंत शिफ्ट किया जाये। सार्थक ऐप के संबंध में पुनः स्पष्ट किया कि इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, ऐप का मुख्य उद्देश्य अनुशासन के साथ अध्यापन कराना है। यह किसी के ऊपर कार्यवाही के लिए नहीं है।
भोपाल डॉट कॉम, ब्यूरो

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