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हाथी और चूहे की प्रेरणादायक कहानी | Elephant and Mouse Moral Story in Hindi

हाथी और चूहे की अनोखी दोस्ती

एक समय की बात है, एक घना जंगल था, जहां एक बहुत ही बड़ा हाथी रहता था। वह जंगल का सबसे ताकतवर जानवर था और उसकी एक ही आदत थी – वह छोटे जानवरों को छोटा और कमजोर समझकर तंग करता था।

🐭 चूहों की परेशानी

उस जंगल में एक चूहों का झुंड भी रहता था। हाथी जब भी जंगल में घूमता, तो अपनी भारी टांगों से बिना देखे चूहों के बिलों को कुचल देता।

एक दिन, चूहों का सरदार बहुत परेशान हुआ और उसने कहा,
“हमें हाथी से बात करनी चाहिए, वरना हम सब मर जाएंगे!”

🤝 चूहे की हाथी से विनती

चूहे का सरदार हाथी के पास गया और बहुत विनम्रता से कहा:
“महान हाथी महाराज, हम बहुत छोटे हैं, लेकिन हमारे भी घर हैं। कृपया हमारे बिलों को न कुचलिए।”

हाथी ज़ोर से हंसा और बोला,
“अरे छोटे चूहे, तुम मेरी क्या मदद कर सकते हो? मैं तुम्हारी बात क्यों सुनूं?”

चूहों ने समझाया, “हमें छोटा मत समझिए, समय आने पर हम भी आपके काम आ सकते हैं!”

हाथी ने मज़ाक उड़ाया और वहां से चला गया।

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हाथी का संकट

कुछ दिन बाद, हाथी जंगल में घूम रहा था कि वह एक शिकारी के जाल में फंस गया। उसने बहुत कोशिश की, लेकिन जाल इतना मजबूत था कि वह बाहर नहीं निकल सका।

हाथी ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा, “बचाओ! कोई है?” लेकिन जंगल के दूसरे जानवर डरकर वहां से भाग गए।

🐭 चूहों की बहादुरी

चूहों ने हाथी की आवाज़ सुनी और दौड़े चले आए। हाथी ने दुखी होकर कहा,
“मैंने तुम्हारी मदद नहीं की थी, लेकिन क्या तुम मेरी मदद करोगे?”

चूहों के सरदार ने मुस्कुराकर कहा,
“हम दोस्ती में बदले की भावना नहीं रखते, हम आपकी मदद जरूर करेंगे!”

सभी चूहे तेज़ी से अपने नुकीले दांतों से जाल को काटने लगे। थोड़ी देर में जाल कट गया और हाथी आज़ाद हो गया!

🙏 हाथी की सीख

हाथी ने शर्मिंदा होकर कहा,
“आज मैंने सीखा कि कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता। असली ताकत मदद करने की भावना में होती है।”

इसके बाद, हाथी और चूहे अच्छे दोस्त बन गए और जंगल में खुशी-खुशी रहने लगे।

📜 कहानी से सीख (Moral of the Story)

किसी को छोटा या कमजोर मत समझो, हर किसी की अपनी अहमियत होती है।
अच्छे काम का फल हमेशा अच्छा ही मिलता है।
दोस्ती में अहंकार नहीं, बल्कि सच्ची मदद होनी चाहिए।


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