यादें- विहसंती कलियां ……आपको समर्पित
भोपाल।
विहसंती कलियां काव्य कृति श्री करूणेश तिवारी की है। कई दशक पुराना यह सृजन है। आज वे तो हमारे पास नहीं है, लेकिन उनका सृजन और उनकी कुछ कर गुजरने का संकल्प उनके काव्य में हमें प्रेरणा देता है। बीडीसी न्यूज की प्रस्तुति है