भोपाल

दिग्विजय बताएं इसरार खान से अपने कनेक्शन

विधायक रामेश्वर समर्थक सोशल मीडिया पर एक्शन में

 

कलखेड़ा… कांग्रेसियों के घुटने तोड़ देना… दिग्विजय का रामधुनी विरोध… पूर्व विधायक जितेन्द्र डागा की चुनौती.. इसरार खान की एंट्री….

भोपाल। 21 नवंबर 2021 बीडीसी न्यूज

दिग्विजय सिंह कांग्रेसियों के घुटने तोड़ देने के विधायक रामेश्वर शर्मा के बयान से आहत नहीं हुए हैं। दिग्विजय सिंह 420 के आरोपी इसरार खान से आत्मीयता से रामधुन लगाने को मजबूर हुए है और उन्हें प्रभु श्रीराम याद आए हैं।

सोशल मीडिया पर विधायक के समर्थकों ने तमाम सवाल पूछे हैं और यह बताया है कि दिग्विजय सिंह को प्रभु श्रीराम किसकी वजह से याद आए हैं। यह भी बताया है कि कलखेड़ा में ऐसा क्या हुआ? जिस के चलते कांग्रेस नेताओं पर गुस्सा आया। दिग्विजय सिंह से जानना चाहा है कि वह बताएं 20 करोड़ की शासकीय जमीन बेचने वाले इसरार खान के घर बिरयानी खाने क्यों गए थे? समर्थकों के यह सवाल सही मायने में रामेश्वर के सवाल हैं। जिसमें दिग्विजय सिंह को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। कहा गया है कि नीलबड़ से लगा हुआ मुस्लिम बाहुल्य गाँव कलखेड़ा जहाँ का कांग्रेस नेता और कलखेड़ा सरपंच इसरार खान ने लगभग 20 करोड़ की शासकीय जमीन पर अवैध प्लॉटिंग कर बेच दी । शासकीय जमीन बेचने, फर्जीवाड़े आदि की शिकायत पर इसरार खान के विरुद्ध थाना रातीबड़ में IPC की धारा 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज है, इस प्रकरण में इसरार खान 3 महीने जेल में रहकर कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया है, जेल से बाहर आते ही इसरार खान लगातार गरीब हिन्दू परिवारों पर केस वापस लेने का दवाब बना रहा था, उनके घर तुड़वाने की धमकी दे रहा था, इसरार खान की कांग्रेस नेताओ में पकड़ इतनी मजबूत है कि दिग्विजय सिंह खुद उसके बुलावे पर कलखेड़ा उसके घर बिरयानी खाने पहुँचे थे ।

 

यह जानकारी मिलने पर विधायक रामेश्वर शर्मा कलखेड़ा पहुँचे थे। उन्होंने नागरिको को आश्वस्त किया कि किसी को किसी कांग्रेस नेता से घबराने की जरूरत नहीं है । उन्हें कोई नही हटाएगा जो जहाँ रह रहा है वहीं रहेगा सभी को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाकर दिए जाएंगे ।

रडार पर था इसरार

इसरार खान जिसकी वजह से दिग्विजय सिंह को श्रीराम याद आये उस इसरार खान ने कलखेड़ा में महाराणा प्रताप की फ़ोटो जड़ित गेट को अपमानित करके तुड़वा दिया। रामेश्वर शर्मा ने गेट फिर बनवाया था। 2 वर्ष पहले इस घटना के बाद से ही इसरार खान को विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपने रडार पर ले रखा था।

अवैध साहिल नगर बसाया

इसरार खान जो अपने आप को कलखेड़ा का बादशाह समझता था उसने अपने बेटे साहिल खान के नाम से आंगनबाड़ी केंद्र, साहिल खान शासकीय स्कूल और साहिल नगर तक बसा लिया था। इसरार बादशाहों की जिंदगी जीना चाहता था। वो यह अक्सर बोलता था कलखेड़ा मतलब इसरार खान।

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