भारतीय पुलिस सेवा मीट 2023…  पुलिसिंग@2047 के स्वरूप पर मंथन

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भोपाल.भोपाल डॉट कॉम

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री… हमें साइबर क्राइम, नशे की बढ़ती लत और टूटते सामाजिक मूल्यों की चुनौतियों के साथ बेहतर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्य-योजना और रणनीति पर विचार करने की आवश्यकता है। वर्ष 2047 तक पुलिसिंग का स्वरूप क्या होगा, क्या चुनौतियाँ होंगी, इस पर विचार-विमर्श के लिए भोपाल में कॉन्क्लेव किया जाएगा।

मुख्यमंत्री राजधानी में भारतीय पुलिस सेवा मीट 2023 के शुभारंभ-सत्र में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में मध्यप्रदेश पुलिस की अलग पहचान है। प्रदेश में दस्यु उन्मूलन, नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण का मामला हो या कश्मीर में कबाइलियों की घुसपैठ, देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों की अशांति हो या पंजाब का आतंकवाद, प्रदेश पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों ने अपने दायित्व और कर्त्तव्यों का पूरी प्रतिबद्धता के साथ निर्वहन किया। देश की अखण्डता और एकता को बनाए रखने में मध्यप्रदेश पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, हमें उन पर गर्व है।

डॉ. नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री …  कोविड काल और सिंहस्थ में पुलिस की सेवा ने समाज में पुलिस की छवि को बदला है। अब पुलिस जवान के दिखने से लोग स्वयं को सुरक्षित अनुभव करते हैं। जनता का विश्वास अर्जित करना प्रदेश पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। मीट में 5जी और उसकी चुनौतियाँ पर चर्चा रखी गई है। क्राइम के बदलते कल्चर को देखते हुए यह वर्तमान समय की आवश्यकता के अनुरूप है।

यह रहे मौजूद

पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना और आई.पी.एस. एसोसिएशन के अध्यक्ष  विपिन माहेश्वरी विशेष रूप से उपस्थित थे। मीट में भोपाल तथा जिलों में पदस्थ आई.पी.एस. तथा मध्यप्रदेश कैडर के सेवानिवृत्त आई.पी.एस. अधिकारी शामिल हुए।

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