‘हुजूर’ प्रचार के रंग.. एक ने पैदल मांगे वोट, दूसरा जीप पर रहा सवार
हुजूर पुराण : अंतिम दौर का प्रचार… भाजपा की अभेद सीट ‘हुजूर विधानसभा’… रिकॉर्ड बनाने की तैयारी… हुजूर से लगातार तीसरी बार विधायकी के लिए पैदल आग्रह.. कांग्रेस की हमेशा हारने वाली सीट के लिए कसरत… जीप से चढ़कर वोट का आग्रह
भोपाल. भोपाल डॉट कॉम
शोर के साथ प्रचार का अंतिम दौर.. हुजूर के संतनगर में प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने रैलीनुमा प्रचार किया। दोनों के प्रचार का तरीका अलग-अलग था। कांग्रेस के उम्मीदवार जहां जीप में सवार होकर मतदाओं के बीच पहुंचे, वहीं भाजपा के उम्मीदवार ने पैदल चलते हुए दुकान-दुकान पहुंचकर मुख्य मार्ग पर वोट का आग्रह किया। अंतर संगठन और पुराने नेताओं-कार्यकर्ताओं का भी था। एक के साथ स्थानीय संगठन और चेहरे नजर आए। दूसरे के साथ संगठन के प्रमुख पदों के कारण अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे थे।
हुजूर के चुनावी संग्राम में जीत का गणित बीते सालों में भाजपा के पक्ष में रहा है। परिसीमन के बाद हर चुनाव भाजपा ने जीता है। प्रचार के अंतिम दौर में तीसरी बार विधायकी के लिए भाजपा के रामेश्वर शर्मा पार्टी के नेताओं- कार्यकताओं के साथ वोटरों के पास पहुंचे। मीडिया से कहा, प्रचार कर रहा हूं, विकास किया है। पहले भी समर्थन मिला है। विकास के लिए फिर वोट का आग्रह करने आया हूं। समर्थन जनसंपर्क में खुद दिख रहा है। संतनगर की ही नहीं समूचे हुजूर विधानसभा क्षेत्र में विकास किया है, परिवार के सदस्यों के बीच फिर पहुंच रहा हूं। संतनगर के अंतिम प्रचार के दौर में पूरे समय रामेश्वर पैदल चलते रहे। भाजपा नेता की चाय की दुकान पर चाय बनाई और कार्यकर्ताओं को पिलाई। चाय की चुस्कियां खुद भी लीं।
मशीन से उड़ी कागज की कतरनें
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी जीप पर सवार होकर निकले। मशीन से कागज की उड़ती कतरनों ने उनका स्वागत हो रहा था, कुछ शॉल भी उड़ाए गए। मतदाता और उनके बीच दूरियां जमीन और जीप की थीं। बीता चुनाव कांग्रेस के टिकट पर वे हार चुके हैं। स्थानीय लीडरशिप पूरी तरह प्रचार में नजर नहीं आई।