76 वां गणतंत्र दिवस मनाएगा देश… 77 वां नहीं जाने क्यों?
299 सदस्योंं ने बनाया संविधान
देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, लेकिन देश का संविधान बनाने का काम 27 अक्टूबर से शुरू हुआ। 299 सदस्यीय संविधान सभा ने तीन वर्ष में संविधान तैयार किया। 26 जनवरी 1949 को संविधान का मसौदा स्वीकार किया। डॉक्टर भीम राव अंबडेकर संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। आधिकारिक तौर पर यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसके साथ ही भारत की एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में शुरुआत हुई।
76वां या 77वां गणतंत्र दिवस?
कई लोग 1949 से गिनती करते हैं और सोचते हैं कि उसी दिन संविधान को अपनाया गया था, लेकिन इसका वास्तविक महत्त्व उस दिन में निहित है जब यह लागू हुआ। यह अधिनियम 1950 में लागू हुआ और 26 जनवरी 1950 को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की आधिकारिक तिथि बना दिया गया। इसलिए, भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस 26 जनवरी, 2025 को मनाएगा।
क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?
1950 में भारतीय संविधान को अपनाने के सम्मान में भारत में हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के ब्रिटिश अधिपत्य से एक सम्प्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य में परिवर्तन का प्रतीक है। यह राष्ट्र के मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की स्थापना का प्रतीक है।
1930 में ही तय हो गई थी 26 जनवरी
1930 में पूर्ण स्वराज की घोषणा के मौके पर 26 जनवरी का दिन चुना गया। गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय गौरव का क्षण है, जो भारत की एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है। ऐसे में 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।