फैसला ईवीएम में बंद, अब बात हार जीत पर दांव की
संतनगर में शहरी क्षेत्र की अपेक्षा गांवों में रहा उत्साह
हिरदाराम नगर। बीडीसी न्यूज
संत हिरदाराम नगर जोन एक के पांच वार्डों में छिटपुट बहस के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ। इक्का दुक्का स्थाना पर शुरूआती दौर में ईवीएम में खराबी की शिकायतें आईं। शुरूआतदौर में मतदान की गति धीमी रही। हालांकि पिछले सालों की तुलना में मतदान का प्रतिशत कम रहा।
नगर सरकार के लिए राजधानी में संतनगर जोन में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। दोपहर 12 बजे तक शहरी क्षेत्र में मतदान की गति धीमी रही। 10 से 20 फीसदी के बीच मतदान हुआ था। दोपहर से मतदान में तेजी देखी गई। शाम पांच बजे समय होने के बाद भी कई केन्द्रों पर मतदान के लिए पहुंचे मतदाताओं को टोकन देकर मतदान कराया गया। मतदाता वोटर लिस्ट में भी गड़बड़ी की शिकायत करते नजर आए। वार्ड चार में रहने वाले का नाम पांच की नंबर की वोटर लिस्ट में होने की शिकायत मिली। एक ही परिवार के सदस्यों का मतदान केन्द्र अलग—अलग होने की ज्यादा शिकायतें आर्ई। पोलिंग बूथ क्रमांक 92 पर वोटरों ने इवीएम से आवाज न आने की शिकायत की। हालांकि पीठासीन अधिकारी का कहना है कई मतदाता केवल एक मशीन पर वोट दे रहे थे, जबकि दोनों मशीनों पर मतदान के बाद ही आवाज आती है। 84 नंबर बूथ शासकीय माध्यमिक शाला एच वार्ड पर सुबह के समय मतदान में देरी हुई, इवीएम के काम न करने से पौन घंटे देरी वोटिंग शुरू हो सकी। बूथ क्रमांक 107 पर इवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिली। संतनगर के वार्ड क्रमांक तीन में वोटिंग को लेकर उत्साह देखा गया। सुबह से शाम तक मतदान केन्द्रों पर लाइन देखी गई। संतनगर के बेहटा गांव में निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने के लिए दबाव बनाने वालों को पुलिस ने पकड़ा।
गांधीनगर में अच्छी वोटिंग
संतनगर जोन के वार्ड एक गांधी गर में सरकारी स्कूल में मुस्लिम मतदाताओं ने अच्छी वोटिंग की। यहां पर दोपहर 12 बजे तक 50 से ज्यादा प्रतिशत वोटिंग हो गई थी। बूथ क्रमांक 26 पर 570 वोट डाले जा चुके थे। बता दे बीती रात भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के बीच विवाद की स्थिति बनी थी।
निर्दलीय की मुलाकात
पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल मतदान के चलते जायजा लेने पहुंचे। यहां वार्ड चार से निर्दलीय प्रत्याशी कन्हैयालाल इसरानी ने उनसे गुफ्तगू की। स्थानीय नेता भी मतदान के लिए सक्रिय नजर आए। बता दें पटेल की भाभी विभा पटेल महापौर के लिए चुनाव मैदान में हैं। विधानसभा चुनाव में हारे नरेश ज्ञानचंदानी भी कार्यकर्ताओं के साथ सक्रिय नजर आए।
अब हार—जीत की बात
मतदान के बाद अब हार—जीत के कयास लगाए जा रहे हैं। कौन हारेगा, कौन जितेगा इसे लेकर भी दांव लगना शुरू हो गए हैं। महापौर और सभी वार्डों में मुकाबला भाजपा कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच बताया जा रहा है। मतदान खत्म होने के बाद प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ मतदान केन्द्रों पर हुए मतदान के आधार पर अपना अनुमान लगाया है।