संतनगर में चुनाव …… दिलचस्प रंग
— भाई के खिलाफ वोट की अपील कर रहे बड़े भाई
— मुंबई से चाचा आए, अपने भतीजे के जिताने
चुनावी चौपाल
नगर सरकार के लिए संत में मुद्दा विहीन प्रचार… बुनियादी समस्याओं को लेकर.. वहीं पुराना वादों का खेल… भाजपा का विकास का वादा…. लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद समस्याओं पर चुप्पी… सियासी दलों के नुमाइंदों के सामने बागियों के तेवर… बागी होने से पहले मनाने की बड़ी और ईमानदार कोशिश के नाकामयाबी के किस्से…
बड़ी दिलचस्प सूरत है संतनगर में नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रचार की। भाजपा के मंडल प्रमुख रहे चन्द्रप्रकाश इसरानी अपने भाई कन्हैयालाल इसरानी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। एक भाई कह रहा है, भाजपा—कांग्रेस को हराओ… दूसरा कह रहा है कांग्रेस और मेरे भाई को हराओ। दरअसल वार्ड चार से भाजपा प्रत्याशी के बड़े वोट बैंक पर भाजपा विचारधारा वाले माने जाने वाले कन्हैयालाल इसरानी सेंध मारी कर रहे हैं। यहां भाजपा के और बागी हरीश बिनवानी पूरी ताकत के साथ भाजपा के वोटों पर असर डाल रहे हैं। यहां से भाजपा ने जोनाध्यक्ष राजेश हिंगोरानी को मैदान में उतारा है.. स्थानीय भाजपा की सियासत में पिछले कुछ दिनों से टिकट का दावा कर रहे नुमाइंदों की तुलना में कम सक्रिय थे, लेकिन संगठन के रास्ते से वह टिकट पाने में कामयाब रहे हैं। जोनाध्यक्ष रहते हुए उनके कार्यकाल में शिवमंदिर गोल चक्रा के पास सुलभ शौचालय आस्था पर उनकी हठधर्मिता की आज तक गवाही दे रहा है।
दिग्गजों की नहीं हुई मुंह दिखाई
कांग्रेस की बात करें तो वार्ड चार में माधु चांदवानी पर कांग्रेस ने दाव खेला है। जिनके सामने किशोर साधवानी ताल ठोकर रहे हैं। माधु के प्रचार में कभी भाजपा के विधायक रहे इस वक्त कांग्रेस के नेता जितेन्द्र डागा और विधानसभा चुनाव में भाजपा के मौजूदा विधायक रामेश्वर शर्मा को चुनौती देने वाले नरेश ज्ञानचंदानी अपनी सियासी ड्यूटी निभा रहे हैं। प्रचार में अभी तक जिला और प्रदेशस्तरीय नेताओं का आगमन नहीं हुआ है। कांग्रेस यहां माधु चांदवानी के पूज्य सिंधी पंचायत के कामों का वास्ता देकर वोट मांग रही है।
चलते—चलते…
एक प्रत्याशी के चाचा मुंबई से आए हैं भतीजे के लिए… वह सालों पहले भाई के चुनाव के समय भी आए थे। … एक प्रत्याशी के पिता बेटे के प्रचार में लगे हैं। चर्चा है… विधायक रामेश्वर शर्मा के आक्रमक वाला प्रचार इस बार नजर क्यों नहीं आ रहा कहीं तो …