भाई साहब! कौन है यहां के विधायक… धीरे कहा- माननीय
बात तो चर्चा की है, लेकिन विकास के बड़े-बड़े वादों को आईना दिखाने वाली है.. चर्चा ए आम में संवाद के आईने में तस्वीर ए हकीकत बयां हो गई..
अजय तिवारी
वाक्या शनिवार रात का है। संतनगर के सीहोर नाके पर भाजपा ने एक प्रदेश स्तरीय नेता और इंदौर शहर के जिला पदाधिकारी इंदौर जाने के लिए अपने प्रदेश प्रभारी का इंतजार कर रहे थे। इंतजार का वक्त काटने के लिए इंदौर के जिला पदाधिकारी ने संतनगर की मेन रोड पर वॉक शुरू कर दिया… उड़ती धूल ने परेशान कर दिया और वह लौट आए। प्रदेश पदाधिकारी से कहा- भाई साहब, एक गार्डन बनावा दीजिए। लोग शाम के वक्त टहलते तो लेंगे। भाई साहब ने कहा, गार्डन तो है, लेकिन सात बजे बंद हो जाता है। … सड़क की बदहाली और स्थानीय विधायक का नाम पूछा तो धीमे से कहा- फलां हैं। प्रदेश पदाधिकारी ने जो नाम नहीं बताया… चुप्पी सियासी थी, लेकिन अदावत पुरानी है और आम है।
यहां बात तो हो रही नेताओं के बीच हुए संवाद की, लेकिन मेनरोड बदहाल है, यह वह रोड है बीआरटीएस कॉरिडोर का हिस्सा है। ऐसा नहीं यहां माननीय का आवागमन न होता हो.. लगभग रोज ही वे आते-जाते हैं, लेकिन उनका गुस्सा बैठक मेंअफसर पर उतरता है। पेपरों में निर्देश और चेतावनी छपती है। मेन रोड की बात करे और अंदर की सड़कों की नहीं यह बेमानी है। संतनगर की सभी सड़कों की कुंडली बनाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन सड़कों के गृह नक्षत्र कब बदलेंगे कहा मुश्किल है।
चलते-चलते..
गुलाब उद्यान मंथन गति से आकार ले रहा है… टेकरी को पर्यटन स्थल बनाने का संकल्प पूरा करने वाला नरियल टूटा पड़ा है। नाके पर विसर्जन घाट पर चौपटी का वादा चौपट हो गया है।