स्कूल खुलने के पहले टीचर्स की क्लास
संत हिरदाराम नगर. BDC NEWS
शहीद हेमू कालानी एजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यक्रम शुरू हो गया है, जो 15 जून तक चलेगा। शुरूआत सोसायटी के चेयरमैन सिद्धभाऊ के संवाद के साथ हु
कार्यक्रम के सत्र के पहले दिन भाऊजी ने कहा, आत्मसंतोष जीवन यात्रा की सबसे बड़ी पूंजी है। मर्यादित – शिष्ट आचरण, सामंजस्य एवं समन्वय का भाव व्यक्ति के जीवन को प्रसन्नता एवं सम्मान से परिपूर्ण करता है। सम्मान पाने की लालसा से पूर्व व्यक्ति के भीतर सम्मान देने का भाव ही उसे समाज में प्रतिष्ठित एवं सम्मानित स्थान देने में सहायक होता है।
टीचर्स को सीख
उन्होंने टीचर्स से आग्रह किया कि वे दूसरो में दोषों को ना खोजे, न किसी की निंदा करे और न ही सुने क्योंकि यह नकारात्मकता को बड़ा कर व्यक्ति को दुख, तनाव एवं अवसाद से घेर लेता है जिसका कुप्रभाव उसके व्यक्तित्व को संकुचित कर देता है। एक शिक्षक के लिए यह आवश्यक है कि वह सदैव अपनी वाणी में मिठास रखें एवं दूसरों के लिए सम्मान रखें। प्रतिशोध की अग्नि में जलने से शांति व आनंद चला जाता है अतः हमेशा क्षमा करने का गुण अपने मन में विकसित करें।
शिक्षकों से अपेक्षा
संस्था सचिव घनश्याम बूलचंदानी ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत् रहने की अपील की। साथ ही सोसायटी के पूर्व सचिव एसी साधवानी ने कहा कि विद्यार्थी आपके पढ़ाने और बोलने से ज्यादा आपके आचरण की प्रत्येक गतिविधि को ध्यान में रखते हैं और उसका अनुपालन करते हैं। इसलिये जो संस्कार हम विद्यार्थियों के भीतर रोपना चाहते हैं वे संस्कार हमको अपने जीवन और व्यवहार में भी उतारना अति आवश्यक है। संस्था सह-सचिव केएल रामनानी संस्था सदस्य मनोहर वासवानी, अकादमिक डॉयरेक्टर गोपाल गिरधानी ने अपने विचार रखे।
यह मौजूद रहे
सत्र में मिठी गोबिंदराम पब्लिक स्कूल, नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल, केवलराम चैनराय पब्लिक स्कूल, सीएचआई गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल की, विद्यासागर पब्लिक स्कूल मिष्ठी वासवानी के प्राचार्यों ने शिक्षकों के दायित्व एवं विद्यार्थियों के सर्वागींण विकास पर प्रकाश डाला। विद्यालयों के उप-प्राचार्यगण, कॉर्डिनेटर्स एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन दुर्गा मिश्रा ने किया।