नवरात्र!! शक्ति की साधना का उत्सव, क्या करें, क्या न करें
गुरूदेव तिवारी
शक्ति आराधना के पर्व शारदीय नवरात्रि में साधक मां के नौ स्वरूप की पूजा और साधना कर रहे हैं। हिंदू धर्म में देवी दुर्गा जो माता पार्वती का ही स्वरूप हैं उन्हें महाशक्ति के रूप में पूजा जाता है।
मां शक्ति की उपासना वर्ष में चार बार की जाती है – दो गुप्त नवरात्रि, एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि। नवरात्रि के दिनों में देवी दुर्गा हिमालय से पृथ्वी लोक में आती हैं और अपने भक्तों के घरों में 9 दिनों के लिए विराजमान होती हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-आराधना होती है। मां दुर्गा के भक्त इन नौ दिनों में उपवास रखते हुए मां शक्ति की साधना करते हैं।
शारदीय नवरात्रि 2022
घटस्थापना मुहूर्त … नवरात्रि 2022 सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 51 मिनट तक 1 घंटे 40 मिनट
किस दिन किस स्वरूव की साधना
पहला दिन 26 सितंबर माँ शैलपुत्री पूजा घटस्थापना
दूसरा दिन 27 सितंबर माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
तीसरा दिन 28 सितंबर माँ चंद्रघंटा पूजा
चौथा दिन 29 सितंबर माँ कुष्मांडा पूजा
पांचवां दिन 30 सितंबर माँ स्कंदमाता पूजा
छठवां दिन 01 अक्तूबर माँ कात्यायनी पूजा
सातवां दिन 02 अक्तूबर माँ कालरात्रि पूज
आठवां दिन 03 अक्तूबर माँ महागौरी दुर्गा महा अष्टमी पूजा
नौंवां दिन 04 अक्तूबर माँ सिद्धिदात्री दुर्गा महा नवमी पूजा- दसवां दिन नवरात्रि दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी
9 दिनों में 9 देवियों के 9 बीज मंत्र
शारदीय नवरात्रि के दिन देवी बीज मंत्र
पहला दिन शैलपुत्री ह्रीं शिवायै नम:।
दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
तीसरा दिन चन्द्रघण्टा ऐं श्रीं शक्तयै नम:।
चौथा दिन कूष्मांडा ऐं ह्री देव्यै नम:।
पांचवा दिन स्कंदमाता ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:।
छठा दिन कात्यायनी क्लीं श्री त्रिनेत्राय नम:।
सातवाँ दिन कालरात्रि क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।
आठवां दिन महागौरी श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।
नौवां दिन सिद्धिदात्री ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।
नवरात्रि में शुभ योग
पहला दिन माँ शैलपुत्री देवी सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग
दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी देवी
तीसरा दिन चंद्रघंटा देवी
चौथा दिन कुष्मांडा देवी रवि योग
पांचवां दिन स्कंदमाता देवी सर्वार्थ सिद्धि योग
छठा दिन कात्यायनी देवी रवि योग
सातवां दिन कालरात्रि देवी सर्वार्थ सिद्धि योग
आठवां दिन महागौरी देवी रवि योग
नौवां दिन सिद्धिदात्री देवी
मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा से लाभ
देवी शैलपुत्री की पूजा से चंद्र दोष की समाप्ति
देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा से मंगल दोष की समाप्ति
देवी चंद्रघण्टा पूजा से शुक्र ग्रह का प्रभाव बढ़ता है
माँ कूष्माण्डा की पूजा से कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है
देवी स्कंदमाता की पूजा से बुध ग्रह का दोष कम होता है
देवी कात्यायनी की पूजा से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है
सप्तमी देवी कालरात्रि की पूजा से शनिदोष खत्म होता है
देवी महागौरी की पूजा से राहु का बुरा प्रभाव खत्म होता है
देवी सिद्धिदात्री की पूजा से केतु का असर कम होता है
क्या करें, क्या न करें
नवरात्रि… नवरात्रि में सात्विक भोजन, साफ़ सफाई, देवी आराधना,भजन-कीर्तन, जगराता, मंत्र,देवी आरती
प्याज, लहसुन, शराब, मांस-मछली का सेवन, लड़ाई, झगड़ा, कलह, कलेश, काले कपड़े और चमड़े की चीजें न पहने, दाढ़ी,बाल और नाखून न काटें।