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भोपाल में आज के चौघड़िया मुहूर्त: शुभ कार्यों के लिए समय का चयन

भोपाल, 12 फरवरी 2025:

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में समय की महत्ता को विशेष रूप से मान्यता दी गई है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए उचित मुहूर्त का चयन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में ‘चौघड़िया‘ एक प्राचीन पद्धति है, जिसके माध्यम से दिन और रात को आठ-आठ भागों में विभाजित किया जाता है, ताकि शुभ और अशुभ समय की पहचान की जा सके।

चौघड़िया क्या है?

चौघड़िया‘ शब्द ‘चौ’ (चार) और ‘घड़ी’ (घंटे) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है चार घड़ी या लगभग 96 मिनट की अवधि। सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय को दिन का चौघड़िया और सूर्यास्त से अगले दिन के सूर्योदय तक के समय को रात का चौघड़िया कहा जाता है। प्रत्येक चौघड़िया का अपना एक विशेष नाम और महत्व होता है, जो इस प्रकार हैं:

  1. उद्वेग (उद्वेग): यह समय अशुभ माना जाता है।
  2. लाभ (लाभ): यह समय शुभ माना जाता है।
  3. अमृत (अमृत): यह समय अत्यंत शुभ माना जाता है।
  4. काल (काल): यह समय अशुभ माना जाता है।
  5. शुभ (शुभ): यह समय शुभ माना जाता है।
  6. रोग (रोग): यह समय अशुभ माना जाता है।
  7. चर (चर): यह समय सामान्य माना जाता है।
  8. लाभ (लाभ): यह समय शुभ माना जाता है।

भोपाल के लिए 2025 के चौघड़िया मुहूर्त:

भोपाल में आज के दिन के चौघड़िया मुहूर्त निम्नलिखित हैं:

रात्रि के चौघड़िया मुहूर्त इस प्रकार हैं:

चौघड़िया का महत्व:

चौघड़िया मुहूर्त का उपयोग विशेष रूप से पश्चिमी भारत में किया जाता है। व्यापार, यात्रा, निवेश, और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ चौघड़िया का चयन किया जाता है। शुभ, लाभ, और अमृत जैसे चौघड़िया को शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है, जबकि काल, रोग, और उद्वेग को अशुभ माना जाता है।

निष्कर्ष:

चौघड़िया मुहूर्त के माध्यम से हम दिन के शुभ और अशुभ समय की पहचान कर सकते हैं, जिससे महत्वपूर्ण कार्यों की योजना बनाने में सहायता मिलती है। आज के दिन, लाभ, अमृत, और शुभ चौघड़िया के दौरान कार्यों की शुरुआत करना लाभदायक रहेगा। साथ ही, राहुकाल के समय में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से बचना उचित होगा।

चौघड़िया टेबल | Choghadiya Table

(नोट: उपरोक्त समय और मुहूर्त भोपाल के लिए हैं और स्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।)

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