ऑमिक्रॉन अलर्ट… तो लागू हो सकती है mp में पाबंदियां
दिल्ली। 23 दिसंबर 2021 बीडीसी न्यूज ब्यूरो
केन्द्र ने अलर्ट कर दिया है… ओमिक्रॉन के फैलाव को रोकने के लिए गाइड लाइन जारी कर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनसंख्या घनत्व और ओमिक्रॉन की तेज रफ्तार को लेकर तत्काल राज्य फैसला लें। देश में ओमिक्रॉन के मामले 200 का आंकड़ा पार कर चुके हैं।
- किसी जिले में पिछले एक हफ्ते से टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा है या ऑक्सीजन बेड की ऑक्यूपेंसी 40% से ज्यादा है, तो नाइट कर्फ्यू, टेस्टिंग और कंटेनमेंट जोन के उपाय किए जाएं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अपनी सीमा में आने से पहले ही संक्रमण रोकने के उपाय करने के लिए कहा है।
- बड़े समारोहों पर रोक, विवाहों और अंतिम संस्कारों में लोगों की संख्या कम करने, ऑफिस और इंडस्ट्री में वर्कर की संख्या कम करने जैसे सुझाव दिए गए हैं। हॉस्पिटल में बेड, एंबुलेंस, ऑक्सीजन इक्विपमेंट और दवाओं के लिए इमरजेंसी फंड इस्तेमाल करने का सुझाव भी दिया गया है।
- किसी जगह पर एक साथ बड़ी संख्या में नए केसेज आ रहे हैं, तो सभी सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजना होगा।
- टेस्टिंग और सर्विलांस को लेकर जिलों से डोर-टु-डोर केस सर्च करने को कहा है। कोमोर्बिडिटी वाले लोगों के टेस्ट, सभी पॉजिटिव केसेज की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और डेली टेस्ट में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाए जाने को कहा है।
- इंफेक्टेड पर्सन दूसरों को इंफेक्ट न करें इसलिए जरूरी है कि होम आइसोलेशन को लेकर सख्ती की जाए।
- जिलों को 100% वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने में तेजी लाने के लिए भी कहा गया है। जिन जिलों में वैक्सीनेशन नेशनल एवरेज से कम हुआ है वहां वैक्सीनेशन बढ़ाया जाए।
केंद्र ने राज्यों को ये निर्देश क्यों दिए हैं?
केंद्र ने कहा है कि फिलहाल के आंकड़ों के हिसाब से ओमिक्रॉन डेल्टा से 3 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है। ओमिक्रॉन से निपटने के लिए वॉर रूम एक्टिव कर देना चाहिए। ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों वैरिएंट अब भी देश भर में मौजूद हैं। इसलिए लोकल और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ज्यादा दूरदर्शिता दिखाने और तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है।
ओमिक्रॉन के केसेज?
ओमिक्रॉन के ज्यादातर मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, तेलंगाना, कर्नाटक और राजस्थान में हैं।
राज्यों में पाबंदियां
महाराष्ट्र में 16 से 31 दिसंबर तक मुंबई शहर में धारा 144 लगा दी गई है। लोगों के एक जगह इकट्ठा होने और सार्वजनिक आयोजनों पर रोक है। साथ ही किसी भी इवेंट में वेन्यू की क्षमता के 50% लोगों को ही अटैंड करने की अनुमति है।गुजरात में अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वड़ोदरा, गांधीनगर, जामनगर, भावनगर और जूनागढ़ में 31 दिसंबर तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इस दौरान रात 1 से सुबह 5 बजे तक कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी है। जिम और रेस्टोरेंट्स 75% कैपेसिटी के साथ ही ऑपरेट किए जाएंगे।
कर्नाटक में में 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक न्यू ईयर पार्टी पर रोक लगाई गई है। यह लगातार दूसरा साल है जब यहां किसी होटल, पब और रेस्टोरेंट में या किसी अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में निजी पार्टी में सेलिब्रेशन के लिए लोग जमा नहीं हो पाएंगे। होटल, पब और रेस्टोरेंट में डीजे बुलाकर डांस करने पर भी पाबंदी रहेगी।
दिल्ली में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर पाबंदी लगा दी है। शादी और अन्य समारोह में 200 लोगों को शामिल होने की छूट दी गई है।
यूपी में उत्तर प्रदेश के लखनऊ और नोएडा में 31 दिसंबर तक धारा 144 लगाई गई है।