कैचमेंट का विरोध- पूर्व विधायक डागा खड़े हुए किसानों के साथ

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– पुलिस कमिश्नर से मांगी रैली की अनुमति


भोपाल. भोपाल डॉट कॉम
कैचमेंट की लड़ाई लड़ रहे किसानों की बात पूर्व विधायक जितेन्द्र डागा ने रखी है। पुलिस कमिश्नर से एक सप्ताह बाद निकलने वाली किसानों की ट्राली रैली की अनुमति भी मांगी है।
संवाददाता सम्मेलन में डागा ने कहा कि बैरागढ़ (संतनगर) से फंदा तक के किसानों की जमीनों को कैचमेंट में प्रस्तावित किया गया है। भोपाल मास्टर प्लॉन 2031 ड्राफ्ट तालाब के एक ओर के किसानों के लिए बड़ा संकट है। भोपाल मास्टर प्लॉन 2005 में जो जमीन कृषि उपयोग वाली थी और आज भी जिस पर खेती हो रही है, भोपाल मास्टर प्लॉन 2031 में उसे भोजताल झील एंव जल ग्रहण क्षेत्र प्रस्तावित कर दिया गया है, जो किसानों के साथ अन्याय है।
सुनवाई सरसरी तौर पर
डागा ने कहा कि कुछ किसानों ने इस संबंध में नगर तथा ग्राम निवेश के समाने आपत्ति प्रस्तुत की, जिसकी सुनवाई वीडियो पर सरसरी तौर पर की गई। जबकि, अधिकांश अनपढ़ किसान इस तथ्य से अनिभिज्ञ थे जो इस कार्रवाही में भाग नहीं ले सकें। सुनवाई के दौरान भी अधिकारियों ने न तो किसानों को कोई जवाब दिया गया ना ही कोई आश्वासन।
पहले भी ली गई जमीन
उन्होंने कहा कि बैरागढ़ से लेकर कोलूखेड़ी तक का क्षेत्र नगर निगम के वार्ड तीन में आता है यह शहरी क्षेत्र है। बैरागढ़ से फंदा एवं खजूरी रोड के दाई ओर तालाब के आसपास के किसान पहले भी अपनी भूमि तालाब में गवाँ चुके हैं। पहले भी किसानों से भूमि लेकर भोपाल तालाब का जल स्तर बढ़ाया गया एवं एफटीएल के बाद अर्जित भूमि पर सीपीए ने पौधारोपण किया था, जो बफर जोन में है। भोपाल तालाब का जल स्तर वर्तमान में नहीं बढ़ाया गया जिस कारण बफर जोन आगे बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है।
खास लोगों की जमीन छोड़ी
भोजताल एंव बफर जोन का कुल क्षेत्रफल 31 वर्ग कि.मी. को भोपाल मास्टर प्लान में अवैध रूप से बगैर कोई भूमि का अर्जन किये बढ़ाकर 38.72 वर्ग किमी कर दिया गया है, जिसमें कृषकों की भूमि को तालाब के नीले रंग से चिन्हित किया गया है, इसके अलावा कोई प्रभाव व दबाववश कुछ विशेष व्यक्तियों की भूमियों को 50 मीटर जोन से भी अलग रखा है जिससे भोपाल मास्टर प्लान में दोहरी नीति अपनाते हुए नियमों का उल्लंघन किया गया है जो अनुचित है।


दूसरी ओर विस्तार संभव नहीं

बैरागढ़ क्षेत्र में एक तरफ तालाब एंव दूसरी तरफ हवाई पट्टी व आर्मी क्षेत्र होने से विस्तार की कोई सम्भावना नहीं है। बैरागढ़वासियों को आवास की बहुत आवश्यकता है जिसे नजर अंदाज किया गया है बैरागढ़ से फंदा कला की ओर भोपाल इंदौर रोड़ के उत्तर क्षेत्र आवास के लिए ठीक है। भोपाल इंदौर रोड़ के उत्तर तरफ मात्र एक सीवेज लाइन व ट्रीटमेंट प्लांट डालकर प्रदूषण की समस्या हल हो सकती है। भोपाल विकास योजना प्रारूप 2020 को यथावत् रखने की मांग डागा ने की है।

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