
मंत्रालय गपशप… सूबे की सियायत-नौकरशाही पर घूमता आईना
पद गया, रुतबा गया, स्वागत भी फीका ! एक समय उनका रुतबा था, मंत्री हो, विधायक हो या अधिकारी, सब उनके इशारों पर नाचते थे। जिस बैठक में, कार्यक्रम में, सभा में वह पहुंचते थे तो पूरा सदन उनकी आवभगत करता था, लेकिन अब यह रुतबा चला गया है। वक्त में ऐसी बाजी पलटी की…