शिष्य की सफलता पर सबसे अधिक टीचर होता है खुश- सिद्धभाऊ
शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन
हिरदाराम नगर। BDC NEWS
संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय, संत हिरदाराम योग, प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं संत हिरदाराम प्रबंधन संस्थान में संयुक्त रूप से शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत परंपरागत तरीके से मां सरस्वती एवं सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्रों के सामने दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण के साथ हुआ। सिद्धभाऊ ने कहा शिक्षक शिष्यों को अपने से भी अधिक उच्च पद पर आसीन कर प्रसन्न होते है। हम सभी को अपने माता -पिता के प्रति आजीवन कृतज्ञ होना चाहिए, क्योंकि वे हमारे लिए अपना सर्वस्व होम कर देते है अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अनुसंधान के पश्चात बताया कि प्रत्येक अणु में परम सत्ता का अंश है।
भाऊजी ने कहा कि भारतीय संस्कृति संगठन में विश्वास रखती है न कि विघटन में। जब तक हम संयुक्त परिवार में रहेंगे हमारे बच्चे सुरक्षित रहेंगे। भारतीय संस्कृति में नारी का पद सर्वोच्च है। क्योंकि वो सर्जना करती है अतः सभी बिटियाओं को ये समझना चाहिए कि परिवार और समाज में उनका स्थान सर्वश्रेष्ठ है।
संस्था के सचिव एसी साधवानी ने कहा कि आज न सिर्फ शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा अपितु एडमिन बंधुओं का भी सम्मान किया जाएगा, क्योंकि विद्यालय एवं महाविद्यालयों के संचालन में इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। कार्यक्रम में सोसायटी के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानंचदानी ने भी विचार व्यक्त किए।
संत कॉलेज की प्राचार्य डॉ डालिमा ने कहा कि हम आजीवन सीखते है क्योंकि सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। शिक्षक सभी को समान ज्ञान देता है। किन्तु सभी छात्र इसे समान रूप से ग्रहण नहीं कर पाते हैं। संत हिरदाराम प्रबंधन संस्थान के निदेशक डॉ आशीष ठाकुर ने कहा कि आज केवल शिक्षकों का सम्मान ही नहीं हो रहा है बल्कि उनके गुरूओं का भी सम्मान हो रहा है क्योंकि उनके आशीर्वाद से ही हम इस मंजिल पर पहुंचे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य सभी शिक्षकों का सम्मान कर समाज में उनकी महती भूमिका पर प्रकाश डालना था। संस्था के एकेडमिक डॉयरेक्टर गोपाल गिरधानी, तीनों महाविद्यालयों के शिक्षक.शिक्षिकाएँ तथा 88,छात्राएँ उपस्थित थी।
इस अवसर पर तीनों संस्थाओं के शिक्षकों को उपहार, पैन एवं पुष्प देकर सम्मानित किया गया। साथ ही संत हिरदाराम गर्ल्स हॉस्टल के कर्मचारियों का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रमिता दुबे परमार तथा विभा खरे ने किया ।