अड़ीबाजी के मामले में रमेश हिंगोरानी ने किया सरेंडर, जेल भेजा गया, जमानत पर कल फैसला
भोपाल. BDC News
समाजसेवी हीरो ज्ञानचंदानी के साथअड़ीबाजी के आरोपी रमेश हिंगोरानी ने गुरूवार यानी 27 फरवरी को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। कई स्तरों पर अग्रिम जमानत आवेदन खारिज होने के बाद वह फरार चल रहा था। सरेंडर करने के बाद कोर्ट ने रमेश को जेल भेज दिया है। जमानत पर कोर्ट शुक्रवार यानी 28 फरवरी को सुनवाई करेगा।
बता दे हिंगोरानी सरकारी कर्मचारी है और गांधीनगर में स्कूल संचालित करने वाली सोसायटी का सचिव था, जिसे सोसायटी से बर्खास्त कर दिया गया है। रमेश हिंगोरानी और उनके बेटे योगेश हिंगोरानी पर अड़ीबाजी का मामला बैरागढ़ थाने में तीन माह पहले दर्ज कराया था। योगेश को एक दिन की जेल के बाद पहले ही अदालत से जमानत मिल गई है। लेकिन रमेश फरार चल रहा था।
बेनामी संपत्ति के मामले में चार माह पहले लोकायुक्त पुलिस रमेश हिंगोरानी के ठिकानों और घर पर भी छापा मारा था। बताया जा रहा है, जिसमें करोड़ों के संपत्ति के दस्तावेज लोकायुक्त को मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकायुक्त पुलिस को छापे में रमेश के पास से कई प्रॉपर्टी के दस्तावेजों के साथ मकान से 12.17 लाख रुपए कैश, 1 किलो सोने के जेवर और 1 किलो चांदी के जेवर मिले थे। छापे के समय रमेश हिंगोरानी तकनीकी शिक्षा संचालनालय के अधीन मुख्यमंत्री मेधावी योजना के श्यामला हिल्स स्थित दफ्तर में पदस्थ था।