अकाेदिया. BDC News
मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के अकोदिया में उस वक्त गम का माहौल छा गया, जब मणिपुर में शहीद हुए CRPF जवान मोहित सेन (22) की पार्थिव देह शनिवार को उनके पैतृक गांव लाई गई। ड्यूटी के दौरान एक हादसे में शहीद हुए मोहित को आखिरी बार देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा।
बहनों ने बांधी राखी, मां हुई बेसुध
जब शहीद मोहित सेन का पार्थिव शरीर घर पहुंचा, तो उनकी मां बेसुध हो गईं। वह बार-बार यही पूछ रही थीं, “मेरे अंकित को क्या हुआ? राखी तो बंधवा लेता।” वहीं, उनकी चचेरी बहनों मोनिका, राधिका और सोनिका ने बिलखते हुए अपने शहीद भाई की कलाई पर राखी बांधी। बहनों ने बताया कि मोहित की शादी की तैयारियां चल रही थीं।
अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
शहीद मोहित सेन की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। बाइक सवार हाथों में तिरंगा लिए देशभक्ति के गीतों के साथ चल रहे थे। गांव के मुक्तिधाम पर 120 बटालियन के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम सलामी दी। इस दौरान विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने घोषणा की कि स्थानीय हाई स्कूल का नाम शहीद मोहित सेन के नाम पर रखा जाएगा और उनकी याद में एक स्मारक भी बनाया जाएगा।
मोहित के बड़े भाई अंकित सेन ने बताया कि हादसे की सूचना उन्हें 6 अगस्त को मिली थी। शहीद मोहित सेन पिछले दो साल से मणिपुर में तैनात थे। उनके पिता आनंदीलाल सेन भी CRPF में ही कार्यरत थे।