संत हिरदाराम नगर. BDC Nerws
भाई-बहन के अटूट प्रेम और एकजुटता का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन, बैरागढ़ के स्कूलों में धूमधाम से मनाया गया। साधु वासवानी स्कूल और ज्वाला कान्वेंट स्कूल में आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों को इस पर्व का महत्व समझाया गया, साथ ही उन्होंने अपने हाथों से राखियां भी बनाईं।
साधु वासवानी स्कूल में बंधे रक्षा सूत्र
साधु वासवानी स्कूल में छात्राओं ने अतिथियों और सहपाठियों को राखी बांधकर उनसे रक्षा का वादा लिया। कार्यक्रम में शिक्षाविद विष्णु गेहानी ने कहा कि यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है और हर भाई को अपनी बहन की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने बच्चों को घर की बनी मिठाई खाने की भी सलाह दी। संस्कार स्कूल के अध्यक्ष बसंत चेलानी ने माथे पर तिलक के महत्व को समझाया, जबकि नवयुवक सभा के अध्यक्ष वासदेव वाधवानी ने कहा कि हमें सैनिकों को भी राखी भेजकर उनकी लंबी उम्र की कामना करनी चाहिए। बोरवन क्लब के अध्यक्ष जगदीश आसवानी ने बच्चों को पेड़ों को भी राखी बांधने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि वे हमारे सच्चे रक्षक हैं।
ज्वाला कान्वेंट स्कूल में हुई राखी प्रतियोगिता
वहीं, ज्वाला कान्वेंट स्कूल में भी रक्षाबंधन पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य राज बतरा ने बताया कि बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षिकाओं द्वारा राखी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान एक ‘राखी बनाओ प्रतियोगिता’ भी आयोजित की गई, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सबसे अच्छी राखी बनाने वाले बच्चों को स्कूल की तरफ से पुरस्कृत किया गया। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को बाजार की महंगी राखियों के बजाय अपने हाथों से बनी राखियां पहनने के लिए प्रोत्साहित करना था।
इन आयोजनों के माध्यम से स्कूलों ने बच्चों को न केवल हमारी संस्कृति और परंपरा से जोड़ा, बल्कि उनमें रचनात्मकता और आत्मनिर्भरता की भावना भी जगाई।