भोपाल

पट्‌टा@ नवीनीकरण…. आंदोलन होने से पहले हुआ हाईजैक

आंदोलन की भ्रूण हत्या हो गई, न सांप मरा न लाठी टूटी…..15 दिन में केवल दिखावा होगा… कुछ भी नहीं होगा ढक के तीन पात रहेंगे

संत हिरदाराम नगर। भोपाल डॉट कॉम
लंबे समय बाद सिंधी विस्थापितों के पट्‌टों के नवीनीकरण को लेकर संतनगर का सिंधी समाज सरकार के खिलाफ खड़ा हो रहा था, लेकिन उनका गुस्सा हाईजैक हो गया। आंदोलन के ऐलान के दूसरे दिन ही विधायक रामेश्वर शर्मा आंदोलन की हवा निकाल दी। अपने ही नेतृत्व में वे कलेक्टर के पास सिंधी समाज लेकर पहुंच गए, जिसमें तय और सरकार द्वारा घोषित लाइन पर आगे बढ़ने का आश्वासन मिला। शिविर लगेंगे, फार्म भरे जाएंगे- मामले निपट जाएंगे। ऐसे ही मामले निपटने थे तो कब के निपट गए होते। धारणा अधिकार के तहत लीज नवीनीकरण को सुलझाया जाएगा


चलिए पहले बात करते है गुरूवार की। नवयुवक सभा भवन में बैठक होती है। पूज्य सिंधी पंचायत के नुमाइंदे और असरदार लोग बैठते हैं। पट्टा प्रकरण को लेकर लालफीताशाही को जमकर कोसा जाता है। दो बुजुर्ग यानी पंचायत प्रमुख साबू रीझवानी और वयोवृद्ध विष्णु गेहानी के नेतृत्व में 25 जून को धरना देने को ऐलान किया जाता है। पंचायत में कांग्रेस-भाजपा दोनों मिजाज के पदाधिकारी हैं, बुद्धिजीवी बैठक में थे वे भी विचारधारा प्रभावित थे।


आंदोलन के ऐलान के बाद स्क्रीप्ट बदलती है। चुनावी साल में समाज मैदान में पट्‌टा के लिए उतरे, इस पहले विधायक रामेश्वर शर्मा की एंट्री होती है। शुक्रवार को कलेक्टर से मिलने की तैयारी होती है। विधायक साथ थे तो कलेक्टर से मेल मुलाकात में वक्त नहीं लगता। मुलाकात करने वालों में वे भी थे, जो आंदोलन के ऐलान के बाद संघर्ष की बात करने वालों को आईना दिखा रहे थे। बात बैठक में कुछ खास नहीं हुई, सरकार की तय गाइड लाइन पर मामला निपटाने का आश्वासन दे दिया गया। भाई तय गाइड लाइन से मामला सुलझने वाला होता तो कब का सुलझ गया होता।
मुलाकात के बाद आम प्रतिक्रिया यह है कि आंदोलन की भ्रूण हत्या हो गई, न सांप मरा न लाठी टूटी। वे शर्त लगाने की बात कर रहे हैं, कह रहे हैं, 15 दिन में केवल दिखावा होगा। कुछ भी नहीं होगा ढक के तीन पात रहेंगे।
यह तो बात रही संतनगर की आपको याद होगा कांग्रेस वचन पत्र समिति के सामने यह मांग सिंधी सेंट्रल पंचायत भोपाल ने रखी थी, कांग्रेस का वचन पत्र आता उससे पहले संतनगर में प्रायोजित हुआ पूरा खेल.. अब खेला हो गया है।

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