किराया छोड़ों, कब्जे हटाते हैं- निगम का अंदाज
संतनगर में नगर निगम ने दुकानदारों के कब्जे हटाए…सालों से बकाया किराये को लेकर निगम का वसूली अमला सवालों के घेरे में
हिरदाराम नगर। भोपाल डॉट कॉम
संतनगर जोन के नगर निगम अमले का काम करने का तरीका अलग है, जिन दुकानों पर सालों से किराया वसूल करना है। उनके छोटे-छोटे अतिक्रमण हटाकर अपनी डयूटी कर रहा है। व्यापारी किराए जमा न होने की वजह निगम के वसूली अमले पर बिना बिल दिए कम्प्यूटर न चलने का बहाना कुछ लेन देन कर किराया न लेने का आरोप लगा रहे हैं।
शनिवार को पुराना बस स्टैंड और सीहोर नाके पर नगर निगम अमले ने कार्रवाई की। निगम द्वारा दी गई दुकानों को अतिक्रमण बढ़ाई की दुकानों के अवैध निर्माण को तोड़ा, इनमें ज्यादातर वह दुकानें है, जिन पर सालों को किराया बाकी है। बकाया राशि हजारों में पहुंच गई है। व्यापारियों का कहना है कि आठ से दस साल का किराया इसलिए बकाया हो गया है, क्योंकि जब भी किराए जमा करने जाते हैं, तो निगम कर्मी किराया जमा करने की वजह बड़ी राशि बताकर छोटी रकम लेकर बाद में किराया जमा करने की बात करते हैं।
वार्ड चार और पांच में दुकानें
त्योहारी सीजन में निगम की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। वार्ड चार और पांच में नगर नगम की बस स्टैंड और सीहोर नाके पर दुकानें हैं, जिनसे निगम किराया वसूल करता है। अतिक्रमण करने और किराया न चुकाने के कारण तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई है। कुछ दुकानों पर वसूली के नोटिस भी चस्पा किए गए हैं। तीन पहले नगर निगम ने व्यापारियों को अतिक्रमण होने के नोटिस जारी किए थे।
कांग्रेस नेता आगे आए
कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी और नगर निगम चुनाव हारे हरीश बिनवानी ने कहा कि व्यापारियों के साथ भाजपा सरकार अन्याय करती है, त्योहार के समय ही उसकी एजेंसियों कारोबारियों पर छापे मारती ह, अतिक्रमण हटाती है। वैसे भी दो साल से कोरोना में कारोबार त्योहार में भी नहीं हुआ था। आठ दस साल का किराया बकाया होने से साफ है नगर निगम अमला ही निगम खजाने को झटका दे रहे हैं।