गुरू का दर्जा भगवान से बढ़कर- सिद्धभाऊ
- नवनिध में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह
गुरु अपने शिष्य को पूर्ण समर्पण से उच्च पद पर आसीन कर प्रसन्न होता है। गुरु का दर्जा ईश्वर से भी बढ़कर है। प्रत्येक गुरु अपने शिष्य को अपने से ऊपर देखना चाहता है। – सिद्धभाऊ
हिरदाराम नगर। BDC NEWS
नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक विद्यालय में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत परंपरागत तरीके से हुई। संत हिरदारामजी, सर्व पल्ली राधा कृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
संस्था के पथ प्रदर्शक सिद्ध भाऊ कहा कि जिस तरह पारस पत्थर लोहे को छूकर सोना बना देता है उसी प्रकार गुरु अपने शिष्य को पूर्ण समर्पण से उच्च पद पर आसीन कर प्रसन्न होता है। गुरु का दर्जा ईश्वर से भी बढ़कर है। प्रत्येक गुरु अपने शिष्य को अपने से ऊपर देखना चाहता है। आपने अपने आशीर्वचनों में कहा कि भगवान विवेक के रूप में हमारे अंदर सदैव विद्यमान है। विद्याधन बिना परिश्रम के अर्जित नहीं किया जा सकता है। हमारे शिक्षक अपने बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि उन्हें व्यवहार कुशल बनाते हैं। संस्था के सह सचिव श्री केएल रामनानी ने कहा कि शिक्षक ज्ञान के दाता होते हैं। सृष्टि कर्ता ने सभी को कर्म विभाजित किए हैं। मां बच्चों की प्रथम गुरु होती है। अध्यापिका भी माँ स्वरुप होती है। छात्रों के जीवन गठन में मां की भूमिका के बाद सबसे महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षक की होती है।
प्राचार्या अमृता मोटवानी ने विचार व्यक्त किए। छात्राओं ने शिक्षकों के सम्मान में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। के शिक्षकों को भेंट स्वरूप पेन और चादर देकर सम्मानित किया गया। संस्था सचिव एसी साधवानी ने आभार प्रदर्शन और संचालन उन्नति जोशी एवं आर्यनशी ने किया। उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, अकादमिक डायरेक्टर गोपाल गिरधानी, प्रशासनिक अधिकारी भगवान बाबाणी, प्रबंधन सदस्य मनोहर वासवानी, उपप्राचार्या रेखा केवलानी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।