शिक्षक ही विद्यार्थी के जीवन पर श्रेष्ठ शिल्पकार
हिरदाराम नगर। BDC NEWS
शिक्षक ही विद्यार्थी के जीवन का श्रेष्ठ शिल्पकार है, जो अपनी जीवनदायिनी तेजस्विता से छात्र, समाज और राष्ट्र को सुसज्जित करता हैं। शिक्षक और माता-पिता छात्र के सच्चे हितैषी हैं। इनका सदैव सम्मान करें, इनकी चरणवंदना, एवं इनके प्रति कृतज्ञता को व्यावहारिक जीवन में स्थान प्रदान करें।
यह विचार मिठी गोविंदराम पब्लिक स्कूल के शिक्षक दिवस समारोह में शहीद हेमू कालानी एज्युकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष सिद्धभाऊ ने व्यक्त किए। भाऊ ने कहा कि विद्यार्थी जीवन तप, संयम, समय प्रबंधन और सतत् परिश्रम करने का समय है, इसे गंभीरता से लें ताकि आपके जीवन में ज्ञान ऊर्जा का प्रवाह बना रहे। ईश्वर के प्रति आस्थावान रहें क्योंकि प्रतिपल अदृश्य रूप से ईश्वर हमारा सहायक होता है इसके साथ ही उन्होंने अपने उदबोधन में विशुद्ध मित्रता को लक्ष्य भेदन का आधार बताया।
उन्होंने कहा कि अभावों में पले दीप्तिमान व्यक्तित्व राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, लालबहादुर शास्त्री एवं अटल बिहारी वाजपेयी आदि का उदाहरण देकर उन्होंने कहा कि विद्या अर्जन ही विद्यार्थी की शक्ति है छात्र इसी शक्ति के बलबूते गगंनचुम्बी लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।अभावग्रस्त जीवन लक्ष्य प्राप्ति में बाधक नहीं बन सकता।
इससे पहले संस्था के सह-सचिव के. एल. रामनानी ने कहा कि शिक्षकों की पहचान उनके उन्नति करते विद्यार्थियों से हैं। कार्यक्रम में विद्यालय की उपप्राचार्या आशा चंगलानी ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर भाऊजी ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को उपहार दिए। कार्यक्रम का संचालन दुर्गा मिश्रा एवं निशा सिंह ने किया ।