दो माह के जुड़वा की आंखों का सेवासदन में लेचर से इलाज
– सेवासदन में हुई लेचर प्रक्रिया बच्चे पूरी तरह स्वस्थ
हिरदाराम नगर। BDC NEWS
सेवासदन नेत्र चिकित्सालय में रेटिना स्पेष्यिलिस्ट डॉ. रिद्धिमा देषपाण्डे ने दो माह के जुड़वा भाई बहिन लव्यांष और लावण्या की आंखों की लेज़र प्रक्रिया की। छिन्दवाड़ा जिले के मोर डोंगरी के पास भुली ग्राम में एक अगस्त को इन जुड़वा बच्चों ने समय से पहले सात माह में ही जन्म लिया था। उस समय लव्यांष का वजन 1555 ग्राम तथा लावण्याइ1420 ग्राम की थी। सामान्य से बहुत कम वजन होने और समयपूर्व जन्म लेने के कारण ये षिषु बहुत कमजोर थे, इसलिये उन्हें छिन्दवाड़ा स्थित जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में 25दिन तक भर्ती रखकर उनका इलाज किया गया।
जिला अस्पताल द्वारा बाद में इन शिशुओं की रेटिना की जांच और यथावष्यक उपचार के लिये विगत माह सेवासदन नेत्र चिकित्सालय को आरबीएस योजना में रेफर किया गया था। पिता ललित आहके के पास भोपाल आने का किराया न होने के कारण वे अपने शिशुओं को तुरंत नहीं ला पाये। सेवासदन में इन शिशुओं को मंगलवार को लाया गया। शिशुओं की जांच के बाद इनकी तत्काल लेज़र प्रक्रिया करने का निर्णय लिया गया। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोनों शिशु स्वस्थ हैं तथा इन्हें अस्पताल में शुक्रवार तक देखरेख और फालोअप जांच के लिये रोका गया है। पिता ललित राजमिस्त्री हैं और गांव में पांच से सात हजार तक महीना कमा पाते हैं।
तुरंत इलाज हो
सेवासदन नेत्र चिकित्सालय ट्रस्ट के अध्यक्ष सिद्ध भाऊ ने कहा है कि निर्धन परिवारां में यदि अन्य बच्चे भी समय पूर्व जन्म लेते हैं तो उनका तुरंत इलाज और लेज़र प्रक्रिया की जाए ताकि कोई भी षिषु पैसे और उपचार के अभाव में आजीवन अंधत्व झेलने के लिये विवष न हो ।