संतनगर में राजनीतिक विरोधियों का याराना.. ‘जय-वीरू’ की जोड़ी, अपने हुए खफा
संत हिरदाराम नगर. अजय तिवारी BDC NEWS
दो अलग दल के। दो सियासी विचारधारा के। एक-दूसरे की पार्टी को मात देकर नगर निगम में चुने गए। लेकिन, दोनों की जोड़ी कई मौका पर एक साथ दिखी है, दिखती भी रहती है। निगम में मुख्यालय स्तर पर संतनगर जोन की समस्याओं को लेकर एक साथ जाना, एक राय होना। सोच हो सकती है, चुनाव के बाद राजनीति नहीं, केवल विकास और जनहित का कारज।
क्यों खलता है याराना
यह जोड़ी भाजपा के नेताओं को बहुत खलती है। खासकर चुनाव में खेत रहे चेहरे को। जब भी भाजपा नेता साझा प्रयास की कोई फोटो सोशल मीडिया पर डालते हैं, उस प्रतिक्रिया आती है। गुरूवार को कानून व्यवस्था को लेकर भी पुलिस अफसर से मिलने भी जब यह जोड़ी पहुंची, तो कहा गया भाजपा और कांग्रेस नेता पुलिस से नाराज हैं। रहवासियों ने दोनों नेताओं के नेतृत्व में अपनी बात रखने का फैसला लिया था। जन प्रतिनिधि का प्रभाव हासिल किया।
जैसे ही सोाशल मीडिया पर भाजपा नेता ने अपना फोटो साझा किया। खेत रहे नेता की प्रतिक्रिया आई। याद दिलाया यह अपनी पार्टी के नहीं है। पार्टी के सरकार के खिलाफ बोलते हैं।
जानिए, अपने और पराये
चलिए बता देते हैं, कांग्रेस-भाजपा के कौन से नेता की है जोड़ी.. और कौन ने जताई नाराजगी। भाजपा (राजेश हिंगोरानी) और कांग्रेस (अशोक मारन) के एक साथ थाने जाने पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राहुल राजपूत (चुनाव में थे आमने-सामने) ने नाराजगी जताई। एमआईसी सदस्य राजेश हिंगोरानी के फेस बुक पोस्ट पर कमेंट्स किया है। जिसमें कहा गया है, यह ठीक नहीं है, आप (हिंगोरानी) जिन लोगों के साथ गए हैं, वह सरकार की बुराई करते रहते हैं। उनका आशय कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अशोक मारण के साथ होने से था।