मध्य प्रदेश

सियासी और नौकरशाहों पर नजर रखती ‘डायरी’

किस की बलि लेगा कैश-गोल्ड कांड ?

परिवहन आरक्षक व उसके रिश्तेदारो व परिचितों के यहाँ मिला भारी कैश-गोल्ड क्या जल्द ही किसी राजनीतिक बलि की ओर बढ़ रहा है? राजनीतिक हल्कों में इसकी जोरदार चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि केश गोल्ड कांड में किसी मंत्री पर जल्द ही गाज गिर सकती है। आरक्षक केश-गोल्ड कांड की दिल्ली में भी खासी चर्चा है और सत्ताधारी दल के शीर्ष नेताओं ने भी इस पर संज्ञान लेना शुरू कर दिया है। यदि इस मामले में किसी पर गाज गिरती हो तो पार्टी का एक तबका इससे प्रभावित होगा। अभी तक की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि परिवहन आरक्षक पूर्व मंत्रियों का खास रहा है और वर्तमान में एक मंत्री का करीबी बताया जा रहा है। वर्तमान मंत्री ने तो अपने बंगले में आरक्षक को अलग से कक्ष आवंटित तक कर दिया था जहां वह विभागीय डील किया करता था।

साए की तरह रहते हैं सीनियर आईएएस

मुख्यमंत्री डा मोहन यादव सरकार में इन दिनॉ एक सीनियर IAS अफसर की खासी चर्चा है। सीनियर आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ भोपाल के हर कार्यक्रम में शामिल रहते हैं या यह कहें कि साए की तरह सीएम के साथ चलते हैं और सीएम के हर निर्देश का यस सर की मुद्रा में जवाब देते हैं। मंत्रालय में उक्त सीनियर आईएएस की व्यस्तता और कार्य प्रणाली को लेकर चर्चा है कि सीनियर आईएएस भविष्य की संभावनाओं की पिच अभी से तैयार कर रहे हैं। क्योंकि प्रशासनिक हल्कों में उनको कोई चुनौती अभी तो नहीं दे पा रहा है और सीनियर आईएएस की सेवानिवत्ति भी 2027 को है। एसे में सीनियर आईएएस भी मिशन में पूर्ण मनोयोग से जूटे है।

वर्णवाल का फोकस

वन विभाग के आला अफसर इन दिनों अपने विभाग के मुखिया प्रशासनिक अधिकारी अशोक वर्णवाल की कार्यप्रणाली को लेकर हैरत में है। अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल विभागीय दौरे पर रहते हैं तो वह पौधा रोपण करने की वजह पूर्व में रोपे गए पौधे और उसकी सुरक्षा को लेकर किए गए उपायों पर चर्चा करते हैं। सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों एक रेंज के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव को पौधा रोपण के लिए निवेदन किया तो उन्होंने रेंज में  पहले रोपे गए पौधों की जानकारी मांगी और कहा कि वह पहले रोपे  पौधों की स्थिति देखेंगे। अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए और वन विभाग के अधिकारियों ने रस्म अदायगी करने का प्रयास किया।  इस पर अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि प्रदेश मे नए पौधारोपण की बजाय पहले रोपे गये पौधों  पर फोकस किया जाए।

नए साल में मिलेगा अध्यक्ष

भारतीय जनता पार्टी का मध्यप्रदेश का नया अध्यक्ष नए साल में मिलेगा। वर्तमान अध्यक्ष बीडी शर्मा रिपीट होंगे या प्रदेश को अध्यक्ष के रूप में नया चेहरा मिलेगा इसको लेकर राजनीतिक चर्चाओं का दौर है? सूत्र बताते हैं कि वर्तमान अध्यक्ष बीडी शर्मा का दूसरा कार्यकाल फरवरी में पूर्ण होने वाला है। इस स्थिति में बीडी शर्मा की फिर से अध्यक्ष की ताजपोशी होती है इसमें संशय है। वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रदेश में भाजपा के प्रदर्शन और वर्तमान अध्यक्ष की कार्य प्रणाली से पार्टी को लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जबरदस्त सफलता मिली है ऐसे में पार्टी क्या वीडी  शर्मा को फिर से मौका दे सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *