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पहलगाम आतंकी हमला: ताजा अपडेट…. जांच, भारत-पाक प्रतिक्रिया, पीड़ितों का शोक

पांच आतंकवादी चिह्नित:
अधिकारियों ने हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली है, जिनमें तीन पाकिस्तानी नागरिक – आसिफ फौजी (कोड-नाम मूसा), सुलेमान शाह (यूनुस) और अबू तलहा (आसिफ) शामिल हैं। दो स्थानीय आतंकवादी आदिल गुरी (अनंतनाग) और अहसान (पुलवामा) बताए जा रहे हैं।


आतंकवादियों के घर ध्वस्त:
हमले में शामिल माने जा रहे लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों, आदिल ठोकर और आसिफ शेख के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। एक घर को आईईडी से उड़ा दिया गया, जबकि दूसरे को बुलडोजर से गिरा दिया गया।


एनआईए जांच:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सक्रिय रूप से जांच में शामिल है, जिसका ध्यान हमले की योजना, क्रियान्वयन और इसके पीछे के नेटवर्क पर है।


चश्मदीदों के बयान महत्वपूर्ण:
हमले स्थल से कोई सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं होने के कारण, जांचकर्ता चश्मदीदों के बयानों पर बहुत अधिक निर्भर हैं। बचे लोगों ने बताया कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले धार्मिक पहचान की जांच की।


सेना प्रमुख का कश्मीर दौरा:
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए श्रीनगर का दौरा किया और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से मुलाकात की।


सुरक्षा अभियान तेज:
भागे हुए आतंकवादियों को पकड़ने और आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है।


लश्कर-ए-तैयबा का संबंध:
सबूत दृढ़ता से लश्कर-ए-तैयबा की संलिप्तता का सुझाव देते हैं, जिसमें एक शीर्ष कमांडर की भूमिका की जांच की जा रही है।


पाकिस्तानियों के लिए वीजा प्रतिबंध:
भारत ने लंबी अवधि, राजनयिक और आधिकारिक वीजा को छोड़कर, पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वीजा रद्द कर दिए हैं। मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल तक ही मान्य रहेंगे।


पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई:
पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई के जवाब में व्यापार संबंध निलंबित कर दिए हैं और भारतीय वाहकों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।


शोक और संवेदना:
राष्ट्र 26 लोगों की जान की हानि पर शोक व्यक्त करता है, और परिवार अपने प्रियजनों के शव प्राप्त कर रहे हैं।


एनएचआरसी की निंदा:
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हमले को मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन बताते हुए कड़ी निंदा की है।


वित्तीय सहायता:
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने मृतकों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।


हमास जैसे तरीके:
शुरुआती जांच में पता चला है कि आतंकवादियों ने हमले को रिकॉर्ड करने के लिए बॉडी कैम सहित हमास द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों का इस्तेमाल किया होगा।


स्थानीय समर्थन नेटवर्क:
अधिकारी विदेशी आतंकवादियों की सहायता करने वाले किसी भी स्थानीय समर्थन नेटवर्क की पहचान करने और उसे ध्वस्त करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।

भोपाल डॉट कॉम डेस्क

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