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राष्ट्रीय लोक सेवा दिवस : जनसेवा का प्रभावी माध्यम – डॉ. यादव

भोपाल: BDC NEWS

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि सिविल सेवा मात्र एक व्यवसाय नहीं है, बल्कि यह आम जनता की सेवा करने का एक अत्यंत प्रभावी माध्यम है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कही। वे राजधानी में सोमवार को राष्ट्रीय लोक सेवा दिवस पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि सिविल सेवकों का यह परम कर्तव्य है कि वे निसंदेह अपने अधिकारों का उपयोग करें, किंतु किसी भी परिस्थिति में अपने दायित्वों से विमुख न हों। मुख्यमंत्री ने लोक प्रशासन को एक व्यापक विषय बताते हुए इसका मूल मंत्र “लोगों की हर संभव तरीके से सेवा करना” बताया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के सभी सिविल सेवकों को राष्ट्रीय लोक सेवा दिवस की हार्दिक बधाई दी और सभी से अपने-अपने उत्तरदायित्वों के प्रति पूर्ण रूप से संकल्पित रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोक सेवा एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, जिसे प्रत्येक सिविल सेवक को पूरी निष्ठा, अटूट समर्पण और एकाग्र मन से निभाना अत्यंत आवश्यक है।

16 उत्कृष्ट सिविल सेवक सम्मानित

कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के उन 16 उत्कृष्ट सिविल सेवकों (अधिकारियों) को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जिन्होंने अपने कार्यों से विशिष्ट पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी पुरस्कार विजेताओं को उनके द्वारा किए गए अभिनव प्रयासों के लिए हार्दिक बधाई दी और उन्हें एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार एवं एक प्रेरणादायक प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके मनोबल को बढ़ाया।

यह मौजूद रहे

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन संजय दुबे, नरोन्हा व्याख्यान श्रृंखला के मुख्य वक्ता डॉ. दीपक पागला, राज्य शासन के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव एवं अन्य सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।

मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार:

माधव प्रसाद पटेल (माध्यमिक शिक्षक), अदिति गर्ग (तत्कालीन सीईओ आयुष्मान भारत निरामयम योजना), डॉ. इंदिरा दांगी (शिक्षक, आष्टा जिला सीहोर), शारदा डुडवे (माध्यमिक शिक्षक, चंद्रशेखर आजाद नगर), आलोक पौराणिक (प्राथमिक शिक्षक, पथरिया जिला दमोह), चंद्रमोहन ठाकुर (तत्कालीन प्रबंध निदेशक, भवन विकास निगम), डॉ. यशपाल सिंह (प्राचार्य, आवासीय विद्यालय भोपाल), संजय जोशी (प्रबंध संचालक, विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड), अमित तोमर (तत्कालीन प्रबंध संचालक, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर), ऋषव गुप्ता (पूर्व कलेक्टर, देवास), गणेश शंकर मिश्रा (तत्कालीन प्रबंध संचालक, विद्युत वितरण कंपनी), श्री दिव्यांक सिंह (तत्कालीन सीईओ, स्मार्ट सिटी परियोजना इंदौर), प्रवीण सिंह अढायच (पूर्व कलेक्टर, सीहोर), प्रो. बेला सचदेवा (सहायक प्राध्यापक, इंदौर), श्री भूपेंद्र कुमार चौधरी (माध्यमिक शिक्षक, चिमनाखारी जिला सिवनी) और शीला दाहिमा (अतिरिक्त सचिव, शिक्षा विभाग)। इन सभी को उनके नवाचारी और उत्कृष्ट कार्यों के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया।

भोपाल डॉट कॉम ब्यूरो

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