विधायक रामेश्वर शर्मा की मेहनत रंग लाई…केन्द्रीय मंत्री गडकरी का आभार जताया विधायक ने
हिरदाराम नगर। 15 दिसंबर 2021 BDC NEWS
संतनगर के लिए बड़ी खुशखबरी है। केन्द्र सरकार ने 234 करोड़ का एलिवेटेड रोड मूंजरी दी है, जिसका निर्माण भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा सीआरआईएफ स्किम में होगा। बुधवार को केन्द्र सरकार ने प्रदेश की विभिन्न सड़कों के लिए 1814 करोड़ की राशि स्वीकृत की है, जिसमें संतनगर में लाउखेड़ी से सीहोर नाके तक एलिवेटेड रोड भी शामिल है।
केन्द्र सरकार से ऐलिवेटेड रोड का आग्रह विधायक रामेश्वर शर्मा ने पांच साल पहले यानी साल 2017 में किया था। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा था। इसके मुलाकात और प्रयासों को नतीजा सामने आया है। विधायक ने बैरागढ़ (संत हिरदाराम नगर) की लोकेलिटी और दो लाख की आबादी और व्यापारिक गतिविधियों का हवाला देते हुए एलिवेटेड रोड बनाने का आग्रह किया था।
पत्र का परिणाम सामने आया
बुधवार को विधायक रामेश्वर शर्मा की मांग पूरी कर दी गई है। केन्द्र ने प्रदेश में सड़कों के लिए 1814 करोड़ की धन राशि जारी की है, जिसमें बड़ी राशि वाली सड़कों में से एक संतनगर के लिए एलिवेटेड रोड है, इसका निर्माण मेट्रो रेल की संभावना को देखते हुए किया जाएगा। बात दें, विधायक के एलिवेटेड रोड के आग्रह को पूरा करने का भरोसा साल 2017 में केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने दिलाया था।
पांच साल के प्रयास हैं
विधायक शर्मा को कहना है कि संतनगर और उसके आसपास के विकास को मौजूदा समय से नहीं बल्कि दो दशक के बाद की जरूरत के हिसाब से कर रहा हूं। समग्र और विकास आने वाले समय के हिसाब से विकास मेरी सोच है। सिंगारचोली ओवर ब्रिज, लालघाटी पर ग्रेड सेपरेटर इसके प्रमाण है। मैं पांच साल से एलिवेटेड रोड के लिए प्रयास कर रहा था, आभारी हूं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय सड़क राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जो मेरे आग्रह को पूरा किया। आजीद के बाद से अब तक बैरागढ़ की बात करें तो विकास के लिए 234 करोड़ की सबसे बड़ी राशि का यह प्रोजेक्ट है।
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क्यों बनाया जाता है एलिवेटेड रोड
एलिवेटेड रोड का निर्माण उन जगहों पर होता है, जहां ट्रैफिक ज्यादा रहता है। एलिवेटड रोड तकनीकी रूप से एक पुल की तरह होता है। वैसे इलाकों में एलिवेटेड रोड निर्माण को प्राथमिकता दी जाती है, जहां घनी आबादी की वजह से जमीन का अधिग्रहण मुश्किल हो जाता है। इसके अतिरिक्त नजदीकी इलाकों को भी एलिवेटड रोड के सहारे जोड़ा जा सकता है। आज दुनिया भर के वैसे शहर जहां आबादी घनी और ट्रैफिक ज्यादा है, वहां एलिवेटेड रोड के निर्माण किया जा रहा है।