उज्जैन नागपंचमी 2025: महाकाल मंदिर में खुलेंगे नागचंद्रेश्वर के पट
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नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के पट खुलना उज्जैन के श्रद्धालुओं के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र अवसर होता है, जो वर्ष में केवल एक बार ही मिलता है। इस भीड़ को संभालने के लिए मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियां सराहनीय हैं। विशेष रूप से एयरो ब्रिज की तकनीकी जांच का निर्देश देना सुरक्षा के प्रति गंभीरता को दर्शाता है, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही में सुरक्षा सर्वोपरि है। व्यवस्थाओं का विस्तृत प्लान, जिसमें पार्किंग से लेकर पेयजल, चिकित्सा और सुगम आवागमन तक की बातों का ध्यान रखा गया है, यह सुनिश्चित करेगा कि श्रद्धालुओं को कम से कम असुविधा हो। मोबाइल लॉकर्स और दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर जैसी सुविधाओं का प्रावधान एक समावेशी दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह एक अच्छा संकेत है कि प्रशासन इस धार्मिक आयोजन को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हालांकि, योजनाएं जितनी भी अच्छी हों, उनका सफल क्रियान्वयन ही असली चुनौती होता है, खासकर जब लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। उम्मीद है कि सभी विभाग मिलकर इन व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक लागू करेंगे।
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उज्जैन: BDC NEWS
धर्मनगरी उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में 29 जुलाई को नागपंचमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर के शीर्ष पर विराजमान भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दुर्लभ पट 28 जुलाई की रात 12 बजे खोले जाएंगे, और श्रद्धालु 29 जुलाई की रात 12 बजे तक लगातार दर्शन का लाभ ले सकेंगे। यह एकमात्र ऐसा दिन है जब वर्ष में एक बार इस मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खुलते हैं।
नागपंचमी पर्व के आयोजन और श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता व्यवस्थाओं को लेकर गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें कलेक्टर रोशनकुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा, मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक, और महंत श्री विनीत गिरि उपस्थित रहे।
दर्शन व्यवस्था और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए श्रद्धालु मंदिर परिसर में बने एयरो ब्रिज से होकर जाएंगे। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों को एयरो ब्रिज की क्षमता का तकनीकी परीक्षण और जांच करवाने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। गौरतलब है कि यह ब्रिज आईआईटी रुड़की के मार्गदर्शन में बनाया गया था।
सामान्य श्रद्धालुओं के लिए दर्शन मार्ग:
सामान्य श्रद्धालु कर्कराज पार्किंग पर अपने वाहन पार्क कर, भील समाज धर्मशाला में स्थापित जूता स्टैंड पर जूते-चप्पल रखेंगे। यहां से वे कतार में लगकर गंगा गार्डन के पास वाले रास्ते से चारधाम पार्किंग में बनाए गए जिग-जैग मार्ग, हरसिद्धि से रुद्रसागर की दीवार के पास से विक्रम टीला होकर बड़ा गणेश मंदिर के सामने से गेट नंबर 4 के रास्ते मंदिर में प्रवेश करेंगे। इसके बाद वे विश्रामधाम और एयरो ब्रिज होते हुए श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन करेंगे। दर्शन के बाद श्रद्धालु एयरो ब्रिज से विश्रामधाम रैंप, बड़ा गणेश के सामने से हरसिद्धि चौराहा, और हरसिद्धि धर्मशाला के सामने वाले रास्ते से अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का इंतजाम
नागपंचमी पर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न विभागों द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी:
- सफाई: नगर निगम का अमला मंदिर परिसर सहित आसपास के क्षेत्र में सघन सफाई करवाएगा और अनधिकृत दुकानों के संचालन पर भी नजर रखेगा।
- पेयजल: पीने के पानी का इंतजाम पीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) और नगर निगम द्वारा किया जाएगा।
- लॉकर: श्रद्धालुओं के लिए मोबाइल लॉकर्स की व्यवस्था भी की जाएगी।
- प्राथमिक उपचार: स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं के प्राथमिक उपचार की व्यवस्था होगी। डॉक्टर्स, कंपाउंडर और पैरामेडिकल स्टाफ शिफ्ट में तैनात रहेंगे। कर्कराज पार्किंग, बड़ा गणेश और अन्य मुख्य स्थानों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था भी रहेगी।
- आवागमन: श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए बेरिकेडिंग की जाएगी। लोक निर्माण विभाग मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में पर्याप्त बेरिकेडिंग की व्यवस्था दो दिन पहले ही पूरी कर लेगा।
मंदिर प्रशासन द्वारा अन्य व्यवस्थाएं:
- कर्कराज मंदिर परिसर में चार और दोपहिया वाहनों की पार्किंग।
- दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर की उपलब्धता।
- स्थायी के साथ अस्थायी जूता स्टैंड की व्यवस्था।
- अस्थायी फायर स्टेशन, पूछताछ केंद्र और खोया-पाया केंद्र का निर्माण।