नई दिल्ली: BDC News
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद आज रेपो रेट को 5.50% पर बरकरार रखने का फैसला किया है। इसका सीधा मतलब है कि आपके होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI में कोई बदलाव नहीं होगा। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि MPC ने देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति और भावी रणनीतियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है।
क्यों नहीं बदला रेपो रेट?
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावनाएं उज्ज्वल हैं। उन्होंने अच्छे मानसून और आगामी त्योहारी सीजन का उल्लेख करते हुए उम्मीद जताई कि इससे आर्थिक मोर्चे पर सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक चुनौतियों और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बुनियाद के साथ आगे बढ़ रही है।
गौरतलब है कि पिछली दो बैठकों में RBI ने रेपो रेट में कटौती की थी। जून में रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट्स की कमी की गई थी, जबकि अप्रैल में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती हुई थी। लगातार तीन बैठकों में कटौती के बाद अब दरों को स्थिर रखा गया है।
क्या होता है रेपो रेट?
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर RBI कमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है। इसमें बदलाव का सीधा असर बैंक द्वारा ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है। जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है, जिसका फायदा वे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की दरों को घटाकर ग्राहकों को देते हैं।
छह सदस्यीय MPC की यह बैठक चार अगस्त को शुरू हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य रेपो दरों की समीक्षा करना और आने वाले महीनों के लिए मौद्रिक नीति निर्धारित करना था