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फर्जी केस में पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया गिरफ्तार, पत्रकारों का धरना, टीआई नपे

सेशन कोर्ट से मिली जमानत, टीआई लाइन अटैज, कटारा हिल्स ( बर्रई थाना) का मामला

भोपाल. BDC News

राजधानी में जहां शासन -प्रशासन का पूरा तंत्र मौजूद है, वहां भी पुलिस के काम करने का तरीका का है, इसकी बानगी देखने काे मिली। पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया को एक फर्जी केस में गिरफ्तार किया गया। उनके ऊपर मारपीट और अडीबाजी का एक केस दर्ज किया है. गिरफ्तारी के विरोध में भोपाल के पत्रकारों ने कटारा हिल्स ( बर्रई थाना) में धरना दिया। पुलिस कुलदीप को कोर्ट में पेश किया, निचली अदालत से जमानत न मिलने पर जेल भेज दिया गया। लेकिन सेशन कोर्ट से जमानत मिल गई है।

बताया जा रहा है कि कुलदीप को सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात गिरफ्तार किया गया। जबकि जिस गाड़ी से एक्सीडेंट होना बताया गया है न तो वो कुलदीप की है न उस सफेद बुलेरो मे कुलदीप बैठा था। संभवता यह पहला मामला होगा जब एक्सीडेंट जैसे मामले मे पुलिस ने ग़ैरज़मानती अड़ी बाजी जैसी गंभीर धराएं लगा दीं। फरियादी भी कुलदीप को नहीं जानता उसने फेसबुक के आधार पर FIR में नाम लिखवा दिया। पुलिस ने बिना पड़ताल नामजद FIR कर ली। गिरफ्तारी के वक्त कुलदीप से पुलिस द्वारा फ़ोन छीन लिया गया न परिजनों को न मित्रों को जानकारी देने दी गई। एक्सीडेंट मे मोबाइल जब्त करने का आधार स्पष्ट नहीं हो पाया है

मंगलवार को पत्रकारों ने पुलिस पर कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस थाने में धरना था। ‘पुलिस को सद्बुद्धि दो’ गाकर अपना विरोध जताया। पत्रकारों के साथ भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ध्नरने में शामिल हुए और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से बात की। सीएम ने मामले में तत्काल कार्यवाही की बात कही। पत्रकार थाना प्रभारी के निलंबन नहीं होने तक धरने पर डटे रहने की बात कह रहे थे। कहा जा रहा है थाना प्रभारी को लाइन अटैज कर दिया गया है और कुलदीप को सेशन कोर्ट से जमानत मिल गई है।

संतनगर में पत्रकारों ने किया प्रदर्शन

वहीं राजधानी के पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया के खिफाफ फर्जी मामला दर्ज करने के विरोध में संतनगर में भी पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया। सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की। चंचल चौराहे पर इकट्‌ठा होकर पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई गई। प्रदर्शन संतनगर के प्रेस क्लब और संत हिरदाराम पत्रकार संघ ने किया। प्रदर्शन में सतीश बतरा, हीरो लालवानी, सुरेश जसवानी, संदीप पाठक, रवि नाथानी, नरेश कीर्तानी, अंकित श्रीवास्तव, मनोज वर्मा, हरीश तीर्थानी, विकास गिदवानी, अजय चौकसे, कमलेश बरलानी हरीश मेघानी शामिल हुए। पत्रकारों ने कहा, इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिन पर सरकार को अंकुश लगाने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाना चाहिए। साथ ही कुलदीप की लड़ाई में साथ रहने का संकल्प लिया।

भोपाल डॉट कॉम ब्यूरो

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