EC: संधू और ज्ञानेश कुमार होंगे इलेक्शन कमिश्नर!
नई दिल्ली. भोपाल डॉट कॉम ब्यूरो
EC: चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर चयन प्रक्रिया पूरी की गई। प्रधानमंत्री के आवास पर हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हुए। बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति की प्रक्रिया पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि सरकार ने पहले से ही चुनाव आयुक्तों के नाम तय कर रखे थे। अधीर की माने तो सुखबीर संधू और ज्ञानेश कुमार चुनाव आयुक्त बनाए गए हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से नए चुनाव आयुक्तों के नामों का एलान कभी भी हो सकता है
क्या सवाल उठाए अधीर ने
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘सरकार जिसे चाहेगी, वो ही चुनाव आयुक्त बनेंगे।’ अधीर रंजन चौधरी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘समिति में सरकार के पास बहुमत है और इस वजह से सरकार अपने पसंद के नाम तय कर सकती है। भारत जैसे लोकतंत्र में इतने बड़े पद पर नियुक्ति इस तरीके से नहीं होनी चाहिए। मुझे बैठक से 10 मिनट पहले छह नाम दिए गए, ऐसे में, मैं इतने कम समय में क्या बताऊंगा?’
पहले शॉट लिस्ट नहीं दी
अधीर रंजन ने कहा, कानून मंत्रालय को पत्र लिखकर सूची में शामिल उम्मीदवारों के दस्तावेजों और उनके बारे में जानकारी मांगी थी। उन्हें कल 212 नाम दिए गए और बैठक से 10 मिनट पहले छह नाम तय किए गए, उनमें से दो को चुन लिया गया।
कौन होते है चयन समिति में
नए नियमों के मुताबिक चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और एक कैबिनेट मंत्री की सदस्यता वाली समिति करती है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति को कानून मंत्रालय द्वारा छह नामों की लिस्ट सौंपी गई, जिनमें से दो नामों का एलान हो सकता है। समिति के पास सुझाए गए नामों से अलग भी किसी अन्य अधिकारी की चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्ति करने का अधिकार है।