ASI Survey: धार में भोजशाला का सर्वे शुरू.. जानिए क्यों रोका
धार. बीडीसी न्यूज ब्यूरो
Dhar Bhojshala ASI Survey : मध्यप्रदेश के धार से बड़ी खबर अपडेट हो रही है। कोर्ट के निर्देश पर एसएसआई की टीम भाजपा का सर्वे कर रही है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और एहतियात के बीच सर्वे का काम शुरू हुआ। हालांकि दोपहर 12 बजे जुमे की नमाज के लिए सर्वे का काम रोका गया। वहीं उच्चतम न्यायालय में सर्वे पर सुनवाई को लेकर जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया गया है। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 29 अप्रैल की तारीख दी है।
हाई कोर्ट के आदेश के बाद भोजशाला में शुक्रवार सुबह से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम पहुंची। विवाद भोजशाला को माता वाग्देवी का मंदिर बताने को लेकर है। हिंदू फ्रंट फार जस्टिस हिंदू समाज को पूजा का अधिकार की मांग को लेकर उच्च न्यायालय गया था। सर्वे का शुरू हो गया है, लेकिन हर जुमे को होनी वाली नमाज के लिए सर्वे का रोका गया। दोपहर एक बजे से तीन बजे तक फिर सर्वे किया जाएगा।
कोर्ट ने क्या कहा
हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अगर एएसआइ को लगता है कि वास्तविकता तक पहुंचने के लिए परिसर में मौजूद वस्तुओं को नुकसान पहुंचाए बिना सर्वे किया जा सकता है। एएसआइ भोजशाला स्थित हर चल-अचल वस्तु, दीवारें, खंभों, फर्श की जांच कर रहा है। कोर्ट ने भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वे जीपीआर व जीपीएस से करने को कहा है। जीपीआर में लगे रडार से जमीन में छुपी वस्तुओं का स्तरों, रेखाओं और संरचनाओं का पता लगा लेता है।
सदियों पुराना विवाद
भोजशाला विवाद सदियों से चला आ रहा है, हिन्दु मां सरस्वती का मंदिर बताते हैं। यहां मौलाना कमालुद्दीन की मजार है। साल में एक दिन यानी वसंत पंचमी के दिन भोजशाला में पूजा की अनुमति मिलती है। मुसलमान हर जुमे को नमाज पढ़ते हैं। भोजशाला में आज भी देवी-देवताओं के चित्र और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए हैं, जबकि अंग्रेज अधिकारी वहां लगी वाग्देवी की मूर्ति को लंदन ले गए थे।