BDC News. आलेख प्रभाग
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गीतों और नारों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इन गीतों ने केवल मनोरंजन ही नहीं किया, बल्कि क्रांति की अलख जगाने, लोगों को एकजुट करने और उनके दिलों में देशभक्ति की ज्वाला भरने का काम भी किया। ये तराने आजादी की लड़ाई के हर चरण में एक संजीवनी की तरह काम करते रहे।
‘सरफरोशी की तमन्ना’ और राम प्रसाद बिस्मिल
क्रांतिकारियों के लिए सबसे प्रेरक गीत था राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा लिखा गया ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।’ यह गीत केवल एक कविता नहीं था, बल्कि आजादी के दीवानों का संकल्प था। अशफाक उल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह जैसे क्रांतिकारियों ने इसे गाते हुए फाँसी के फंदे को चूमा था। यह गीत भारत के युवाओं के लिए एक मशाल बन गया, जो उन्हें बलिदान के लिए प्रेरित करता था।
‘वंदे मातरम्’ और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित ‘वंदे मातरम्’ ने आजादी की लड़ाई में एक राष्ट्रीय गीत का दर्जा हासिल किया। इस गीत ने पूरे देश में एक राष्ट्रीय पहचान और एकता की भावना पैदा की। कांग्रेस के अधिवेशनों से लेकर गलियों तक, यह गीत अंग्रेजों के खिलाफ एक शक्तिशाली नारा बन गया। ‘वंदे मातरम्’ ने न केवल राजनीतिक विरोध को जन्म दिया, बल्कि भारतीय संस्कृति और राष्ट्रवाद को भी मजबूत किया।
भगत सिंह और ‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’
‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’ का नारा क्रांतिकारियों के लिए एक पहचान बन गया था। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों ने इस नारे को बुलंद कर ब्रिटिश सरकार को हिला दिया था। यह नारा सिर्फ एक शब्द नहीं था, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन की एक पुकार थी। इस नारे ने युवाओं में क्रांति की भावना जगाई और उन्हें अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया।
- ‘सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा’: अल्लामा इक़बाल द्वारा लिखा गया यह गीत भारत की एकता और खूबसूरती का प्रतीक बन गया।
- ‘जन गण मन’: रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित यह गीत भारत की आत्मा को दर्शाता है और बाद में राष्ट्रगान बना।
- ‘कदम कदम बढ़ाए जा’: कैप्टन राम सिंह द्वारा संगीतबद्ध किया गया यह गीत सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज का मार्चिंग सॉन्ग था।
ये गीत और नारे सिर्फ कागज पर लिखे शब्द नहीं थे, बल्कि वे आजादी के दीवानों की आत्मा थे। इन्होंने भारत के लोगों को एक सूत्र में पिरोया और उन्हें विदेशी शासन के खिलाफ खड़े होने की ताकत दी। ये तराने आज भी हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और उनके सपनों की याद दिलाते हैं।